भोर से हुई बारिश ने दिन के कामकाज पर लगाया ग्रहण
सड़कों और चौराहों पर छाया सन्नाटा

जन एक्सप्रेस/विवेक शुक्ला
रामनगर-बाराबंकी। ग्रामीण क्षेत्र में बुधवार की भोर से शुरू हुई बूंदा-बांदी ने दिन के काम-काज पर ग्रहण लगा दिया। इस बारिश ने ज्यादातर लोगों को अपने-अपने घरों में कैद रहने को मजबूर कर दिया। ऐसे में सबसे ज्यादा परेशानी स्कूल जा रहे छोटे छोटे बच्चों और उनके अभिवाहको को हुई। दिन में 12 बजे तक पानी की बूंद नहीं टूटी। रिमझिम बारिश ने पूरे दिन सूरज निकलने पर रोक लगा दी।जिससे ग्रामीण जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। भारी बरसात के साथ उत्पन्न हुई बिजली की समस्या ने लोगों को स्वच्छ पानी के लिए तरसा दिया। इतना ही नहीं लोग घरों से निकलने के लिए मजबूर रहे। सड़कों सहित बाजारों पर सन्नाटा छाया रहा। भारी बरसात के चलते जगह-जगह जलभराव की भी समस्या देखी गई। बुधवार को गौर से हुई बरसात के बाद ज्यादातर विद्यालयों में जलभराव की स्थिति हो गई। ग्रामीण इलाकों में युवकों ने भोर में हुई बारिश में जमकर कूद-फांद मचाई।
बरसा अमृत, खिले चेहरे
ग्रामीण क्षेत्र में खेती किसानी के जानकार व मुख्यमंत्री द्वारा पुरस्कृत वन्य प्रेमी मनोज शुक्ला बताते है कि यूं तो भोलेनाथ का सावन महीना भारी बारिश के लिए जाना जाता है। लेकिन इस बार लगातार पिछले हफ्ते से हुई रुक-रुक कर बारिश ने खेतों और बागवानी को अच्छा फायदा दिया है। धान की रोपाई कर रहे किसानों के चेहरे इस बारिश के होने से खिल उठे है। लगातार हो रही बारिश अमृत बनकर पौधों पर बरस रही है, जिससे इन पौधों का तेजी से विकास होगा।