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योगी आदित्यनाथ और आशीष पटेल की अहम मुलाकात: कांग्रेस ने पटेल को दिया ऑफर

जन एक्सप्रेस/ लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजनीति में इन दिनों एक नया विवाद चर्चा का केंद्र बना हुआ है। प्राविधिक शिक्षा विभाग में कथित अनियमितताओं को लेकर मंत्री आशीष पटेल और उनकी साली, सिराथू की विधायक पल्लवी पटेल के बीच जारी जुबानी जंग ने अब सियासी रंग ले लिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल के बीच हाल ही में हुई मुलाकात ने इस विवाद को और गहराई दी है।

क्या है विवाद की जड़?

पल्लवी पटेल, जो कि अपना दल (कमेरावादी) की नेता हैं, ने प्राविधिक शिक्षा विभाग में विभागाध्यक्षों की नियुक्तियों में अनियमितताओं का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि नियुक्तियां पुरानी सेवा नियमावली के आधार पर की गई हैं, जो भ्रष्टाचार को दर्शाती हैं। इन आरोपों के बाद पल्लवी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात कर निष्पक्ष जांच की मांग की।

इस पर प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने आरोपों को साजिश करार देते हुए बयान दिया कि “जो षड्यंत्र कर रहे हैं, उनमें हिम्मत है तो सीधे सीने में वार करें।”

मुख्यमंत्री की सख्त नसीहत

इस विवाद के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आशीष पटेल से मुलाकात कर पूरे मामले की जानकारी ली। सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री ने मंत्री को सियासी बयानबाजी से बचने की सलाह दी और उचित जांच और कार्रवाई का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने साफ किया कि सरकार का मुख्य उद्देश्य सुशासन देना है, और विवादों को तूल देने से बचना चाहिए।

कांग्रेस ने दी आशीष पटेल को न्योता

इस बीच, कांग्रेस ने भी इस विवाद में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने मंत्री आशीष पटेल को कांग्रेस में शामिल होने का न्योता देते हुए कहा कि “अगर आप दबाव में काम कर रहे हैं, तो इस्तीफा देकर कांग्रेस में शामिल हो जाइए, हम आपका स्वागत करेंगे।” अजय राय ने योगी सरकार पर STF का दुरुपयोग करने का भी आरोप लगाया।

सियासत में विवाद का बढ़ता दायरा

इस विवाद ने न केवल भाजपा के अंदर हलचल मचाई है, बल्कि विपक्ष को भी हमले का नया मुद्दा दे दिया है। जहां एक ओर पल्लवी पटेल इस मुद्दे को भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी लड़ाई बता रही हैं, वहीं आशीष पटेल इसे एक सोची-समझी साजिश करार दे रहे हैं।

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