जौनपुर में अपनी ही पत्नी का चार लोगो के साथ मिलकर किया गैंगरेप, हैवानियत की हुई सारी हदे पार

जन एक्सप्रेस/जौनपुर : हैवानियत की हद क्या हो सकती है? क्या कोई व्यक्ति इसकी इतनी सीमा लांघ सकता है, कि अपने दिमाग में वास कर रही किसी भी वीभत्स विचार को अपनी प्रतिक्रिया में बदल दे, वो भी बिना किसी दर के? इंसान अपनी ही बीवी का अन्य चार लोगो के साथ मिलकर बलात्कार कर दे उसके प्राइवेट पार्ट्स को जला दे और दूसरी शादी कर ले! ये घटना सुनने में ही भयावह लग रही है, लेकिन उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में ये किसी के साथ घटित हो चुकी है।
प्राइवेट पार्ट को सिगरेट से जलाया, धोखा देते हुए दूसरी शादी कर ली
दरअसल पूरी घटना शाहगंज कोतवाली क्षेत्र की है। पीड़िता का आरोप है कि उसके घर के सामने खुटहन के इमामपुर निवासी आरोपी प्रदीप सोनी की आभूषण की दुकान है। पीड़िता का पति नशेड़ी था। आरोपी के साथ घर पर मीट और शराब की पार्टी होती थी। आरोपी ने उसके पति की तबीयत खराब होने और अक्सर घर आने जाने का फायदा उठाया और प्रेमजाल में फंसाया। पीड़िता का आरोप है कि आरोपी आभूषण व्यवसायी ने विश्वास में लेकर उसका मकान और जमीन दोनों अपने और अपने भाई के नाम करा ली। पति की मौत के बाद आरोपी आभूषण व्यवसायी ने पीड़िता से शादी भी कर ली, लेकिन प्रॉपर्टी हथियाने के बाद आरोपी ने महिला को धोखा देते हुए दूसरी शादी कर ली।
पीड़िता का आरोप है कि घटना के वक्त वह अकेले घर के अंदर सो रही थी। आरोपी आभूषण व्यवसायी ने चार लोगों के साथ उसके घर में घुसकर अंदर से दरवाजा बंद करके जबरन सामूहिक दुष्कर्म किया। पास में रखी धारदार कैंची से पीड़िता को डराते हुए आरोपियों ने जान से मारने की धमकी भी दी। इतना ही नहीं इस दौरान महिला के प्राइवेट पार्ट को जलती हुई सिगरेट से जलाने की कोशिश भी की। पीड़िता ने बताया कि उसे घर खाली करने और किसी से कुछ भी न बताने की धमकी दी गई। गैंगरेप के बाद बेसुध हालत में पड़ी पीड़िता को जब होश आया तो वह आरोपियों के डर से मायके चली गई। मायके वालों से आपबीती बताने के बाद उसने पुलिस से शिकायत करने का फैसला लिया।
जबरन सुलह कराने का आरोप, एसपी की फटकार के बाद केस दर्ज
पीड़िता ने ये भी आरोप लगाया कि आरोपियों ने अपनी बहन के साथ जाकर पीड़िता और उसके नाबालिग बच्चों को घर से जबरन बाहर निकालने के बाद मकान में ताला लगा दिया। इस मामले में पीड़िता जब पुलिस से शिकायत की तो उसकी शिकायत पर शाहगंज कोतवाली पुलिस कार्रवाई करने के बजाय आरोपियों के साथ मिलकर उसे ही परेशान करने लगी। कोतवाली परिसर जबरदस्ती अंगूठा लगवाकर सुलहनामा लिखवा दिया गया। सुलहनामा कराने में सुजीत वर्मा नाम का युवक खुद को पुलिस अधीक्षक का करीबी बताकर पुलिसकर्मियों के सामने दबाव बना रहा था। उसने पुलिस अधीक्षक डॉ कौस्तुभ के साथ खुद की फोटो फोन में दिखाकर, सुलह न करने पर पीड़िता और उसकी मानसिक रूप से बीमार सास को फर्जी केस दर्ज कराकर जेल भिजवाने की धमकी भी दी। पुलिस के सामने हुए इस जबरन सुलहनामे के बाद आरोपी से पुलिस ने पीड़िता के खाते में एक लाख पचास हजार रुपये डलवा कर मामले की इतिश्री कर ली। इतना ही नहीं पुलिस ने कोतवाली परिसर में ही सुलहनामा लिखवाने के बाद बाकायदा फोटो सेशन भी कराया।
पीड़िता ने अपने साथ हुई घटना के बाद थाने में जबरन सुलहनामा कराने की शिकायत जौनपुर के पुलिस अधीक्षक डॉ कौस्तुभ से की। सुलहनामे में शाहगंज पुलिस और एसपी के नाम पर धौंस जमाने वाले सुजीत वर्मा की फोटो दिखाते हुए पीड़िता ने एसपी से आपबीती बताई। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने शाहगंज कोतवाली प्रभारी को जमकर फटकार लगाते हुए तत्काल पीड़िता की तहरीर के आधार पर केस दर्ज करने का निर्देश दिया। एसपी के हस्तक्षेप के बाद शाहगंज कोतवाली पुलिस ने पीड़िता की शिकायत के आधार पर आरोपी आभूषण व्यवसायी प्रदीप सोनी, उसके भाई ग्राम विकास अधिकारी प्रमोद सोनी, बहन लक्ष्मी और एक अज्ञात के खिलाफ BNS की धारा 70(1), 333, 351(3), 318(4), 352, 305(A), 127(2) के अंतर्गत केस दर्ज करते हुए पीड़िता को मेडिकल मुआयना के लिए जिला अस्पताल भेज दिया।