अंसल एपीआई, लखनऊ में आयकर विभाग की छापेमारी समाप्त
तीन दिवसीय कार्रवाई में डिजिटल और दस्तावेजी डेटा जब्त

जन एक्सप्रेस लखनऊ: राजधानी लखनऊ के प्रतिष्ठित रियल एस्टेट समूह अंसल एपीआई पर आयकर विभाग की तीन दिन तक चली छापेमारी शुक्रवार को समाप्त हो गई। इस दौरान आयकर टीम ने कंपनी के कार्यालयों व संबंधित ठिकानों पर दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड और अन्य वित्तीय विवरणों की गहन जांच की। कार्रवाई के अंत में टीम डाटा संकलन कर स्थल से रवाना हो गई।
आयकर सूत्रों के अनुसार, यह जांच संभावित टैक्स चोरी, बेहिसाबी निवेश और संदेहास्पद लेन-देन के मद्देनज़र की गई थी। विभाग को रियल एस्टेट परियोजनाओं में अनियमितताओं की गोपनीय सूचना प्राप्त हुई थी, जिसके बाद यह कार्रवाई अंजाम दी गई।
कंपनी का दावा— जांच में कर रहे पूरा सहयोग
अंसल एपीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न उजागर करने की शर्त पर बताया कि कंपनी जांच में पूरा सहयोग कर रही है और सभी आवश्यक दस्तावेज विभाग को सौंपे जा चुके हैं। उन्होंने कहा, “हमारी सभी वित्तीय गतिविधियां नियमों और कानूनों के अनुसार हैं। हमें विश्वास है कि जांच के बाद स्थिति पूरी तरह स्पष्ट हो जाएगी।”
कार्रवाई के दौरान एक अप्रत्याशित घटना भी सामने आई, जब अंसल एपीआई में कार्यरत कर्मचारी अरुण मिश्रा की तबीयत अचानक बिगड़ गई। उन्हें तुरंत पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ उनका इलाज चल रहा है।
विभागीय चुप्पी, लेकिन कार्रवाई के संकेत
हालांकि आयकर विभाग की ओर से अब तक कोई औपचारिक बयान जारी नहीं किया गया है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि जब्त किए गए दस्तावेजों और डेटा का विश्लेषण कर आगे की कानूनी कार्रवाई की रूपरेखा तैयार की जा सकती है।
गौरतलब है कि अंसल एपीआई उत्तर भारत का एक बड़ा रियल एस्टेट समूह है, जिसकी लखनऊ सहित कई प्रमुख शहरों में आवासीय और व्यावसायिक परियोजनाएं संचालित हो रही हैं। आयकर विभाग की इस छापेमारी के बाद रियल एस्टेट सेक्टर में हलचल का माहौल देखने को मिल रहा है।