यूपी विधानसभा में तीखी नोकझोंक: इरफान के आरोप पर स्वतंत्र देव बोले — पत्नी की कसम खाएं, पानी नहीं पहुंचता
मॉनसून सत्र के दूसरे दिन उठा फतेहपुर का मामला, विपक्ष का जोरदार हंगामा, AI सेशन में भी रही हलचल

जन एक्सप्रेस लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा के मॉनसून सत्र का दूसरा दिन भी जबरदस्त बहस, आरोप-प्रत्यारोप और हल्के-फुल्के हास्य का गवाह बना। सदन की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई, नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने फतेहपुर के संवेदनशील मुद्दे को उठाया, जिस पर सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच जोरदार बहस देखने को मिली।
पत्नी की कसम खाएं, पानी नहीं पहुंचता” — स्वतंत्र देव सिंह
विधानसभा में विधायक इरफान द्वारा जल आपूर्ति को लेकर लगाए गए आरोपों पर जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने तीखा जवाब देते हुए कहा: पत्नी की कसम खाएं कि पानी नहीं पहुंचता। अगर जांच में मेरा दावा गलत निकला, तो इस्तीफा दे दूंगा।”
उनके इस बयान पर सदन में कुछ देर के लिए सन्नाटा और फिर शोरगुल छा गया।
फतेहपुर मामले पर विपक्ष हमलावर
नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने आरोप लगाया कि फतेहपुर में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है।
वहीं सपा विधायक अतुल प्रधान ने कहा कि, फतेहपुर की अशांति आम जनता नहीं, बल्कि प्रशासन और भाजपा नेताओं ने फैलाई है।
इस मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्ष ने जमकर आवाज उठाई।
AI सेशन में अभय सिंह के सवालों से ‘चकराया’ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
विधानसभा में विधायकों को तकनीकी रूप से सशक्त बनाने के लिए AI से एक स्पेशल सेशन आयोजित किया गया।
गोसाईगंज के विधायक अभय सिंह ने मजाकिया लहजे में कहा मैंने AI से ऐसे सवाल पूछे कि वो चकरा गया। ये नहीं बता सका कि किस विधानसभा क्षेत्र में किस पार्टी की लहर चल रही है।”
उनकी बात पर सदन में ठहाके गूंज उठे।
संसदीय कार्यमंत्री का आरोप: विपक्ष का अलोकतांत्रिक रवैया
संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने सोमवार को सदन स्थगित होने के लिए सपा को जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने कहा: गैर-जिम्मेदाराना और अलोकतांत्रिक व्यवहार के कारण सदन नहीं चल पाया। अनुपयोगी मुद्दों को उठाकर कार्यवाही बाधित करना न्यायसंगत नहीं है।
पहले दिन भी हुआ था सपा का जबरदस्त हंगामा
सोमवार को सपा ने नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय के गोरखपुर दौरे के दौरान हुए कथित अपमान के मुद्दे पर भारी विरोध प्रदर्शन किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्त टिप्पणी के बाद, नाराज़ सपा विधायकों ने वेल में उतरकर नारेबाजी की और धरने पर बैठ गए।
परिणामस्वरूप, प्रश्नकाल हंगामे की भेंट चढ़ गया और विधानसभा अध्यक्ष को दो बार कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
CAG की कई रिपोर्ट्स सदन में पेश
मंगलवार को सदन में भारत के नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक (CAG) की कई अहम रिपोर्ट्स पेश की गईं। इनमें शामिल हैं:
खनन और अवैध खनन का सामाजिक-आर्थिक प्रभाव ,शहरी ठोस अपशिष्ट प्रबंधन ,केंद्रीय सड़क निधि (CRF) का उपयोग,सरयू नहर परियोजना और भवन कर्मकार कल्याण योजनाएं ,राज्य वित्त पर CAG की 2023-24 रिपोर्ट






