भारत-अमेरिका ने लांच किया डिफेन्स अक्सेलरेशन इकोसिस्टम
नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अमेरिका दौरे के बीच वाशिंगटन डीसी में भारत-अमेरिका ने डिफेन्स अक्सेलरेशन इकोसिस्टम लांच किया है। यह कार्यक्रम रक्षा क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए नवाचार (आईडीईएक्स) और संयुक्त राज्य अमेरिका के रक्षा विभाग (डीओडी) ने अमेरिका-भारत व्यापार परिषद (यूएसआईबीसी) की मेजबानी में किया। कार्यक्रम के दौरान एक इंडस-एक्स फैक्ट शीट भी जारी की गई।
भारतीय रक्षा मंत्रालय के संयुक्त सचिव (रक्षा उद्योग संवर्धन) अनुराग वाजपेयी ने दो दिवसीय इंडस-एक्स कार्यक्रम में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया। समारोह में भारतीय और अमेरिकी सरकार के प्रतिनिधि, रक्षा स्टार्टअप, थिंक-टैंक, इन्क्यूबेटर्स, निवेशक और उद्योगों के अन्य हितधारक शामिल हुए। स्वागत समारोह को भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने संबोधित किया।अमेरिकी वायु सेना सचिव फ्रैंक कैंडल ने कार्यक्रम में शुरुआती मुख्य भाषण दिया। उन्होंने कहा कि भारत-अमेरिका संबंध तेजी से प्रगाढ़ हो रहे हैं। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि दोनों देशों के स्टार्टअप्स के लिए गहन तकनीकी नवाचार में खासकर अंतरिक्ष और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्षेत्र में सहयोग करने की अपार संभावनाएं हैं।
भारतीय रक्षा मंत्रालय के संयुक्त सचिव अनुराग वाजपेयी ने अपने स्वागत भाषण में ‘अमेरिका-भारत रक्षा संबंधों के भविष्य में निवेश’ विषय पर भारत-अमेरिका संबंधों में एक ऐतिहासिक घटना के रूप में आईसीईटी के लांच की सराहना की। उन्होंने कहा कि जब दुनिया के दो सबसे बड़े और सबसे पुराने लोकतंत्र के नेता वाशिंगटन में मिल रहे हैं, तब इस आयोजन के लिए सबसे उपयुक्त अवसर है। उन्होंने प्रतिभागियों से उद्योगों, शिक्षा-जगत और निवेशकों के बीच भविष्य में सहयोग के लिए तंत्र विकसित करने को कहा। संयुक्त सचिव ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘मेक इन इंडिया फॉर द वर्ल्ड’ को फोकस करते हुए ‘मेक इन इंडिया’ पहल पर प्रजेंटेशन प्रस्तुत किया।
इस कार्यक्रम में 15 भारतीय और 10 अमेरिकी स्टार्टअप ने समुद्री, ए-आई, स्वायत-प्रणाली और अंतरिक्ष जैसे कई डोमेन में नवीन प्रौद्यौगीकियों का पहला संयुक्त प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शनी को अमेरिका के वरिष्ठ अधिकारियों ने देखा, जिनमें अमेरिकी कांग्रेस के आरओ खन्ना और यूएस के रक्षा विभाग में डिप्टी अंडर सेक्रेटरी अधिग्रहण और स्थिरता राधा आयंगर भी शामिल थी। आरओ खन्ना हाउस सशस्त्र सेवा समिति में साइबर इनोवेटिव टेक्नोलॉजी और सूचना प्रणाली (सीआईटीआई) पर बनी उप-समिति के रैंकिंग सदस्य हैं और वे भारतीय और भारतीय अमेरिकी पर कांग्रेसनल कॉकस के सह-अध्यक्ष हैं।