गोंडा में सांड के हमले से इंश्योरेंस एडवाइजर महिला की दर्दनाक मौत
घटना से क्षेत्र में दहशत, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल | प्रशासन पर उठे गंभीर सवाल

जन एक्सप्रेस गोंडा,उत्तर प्रदेश। शनिवार शाम नगर कोतवाली क्षेत्र के बड़गांव पुलिस चौकी के पास दिल दहलाने वाली घटना सामने आई, जहां एक बेकाबू सांड ने बैंक से काम निपटाकर लौट रही महिला को मौत के घाट उतार दिया। मूल रूप से महाराष्ट्र निवासी और पैड़ीअजब सिंह गांव में ससुराल में रह रहीं स्वाति सिंह (27), इंडियन बैंक में इंश्योरेंस एडवाइजर थीं।
शाम करीब 6 बजे बैंक से लौटते समय सड़क पर लड़ रहे दो सांडों में से एक ने स्वाति पर हमला कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सांड ने पहले स्वाति को सींग से हवा में उछाला और फिर दोनों पैर सीने पर रखकर खड़ा हो गया। कुछ ही क्षणों में स्वाति की सांसें थम गईं।
अगर प्रशासन चेता होता तो शायद बच सकती जान’
लोगों ने तत्परता दिखाते हुए सांड को भगाया और महिला को मेडिकल कॉलेज पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।इस दर्दनाक घटना के बाद क्षेत्र में भारी आक्रोश है। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि अगर छुट्टा जानवरों को लेकर प्रशासन सख्ती दिखाता, तो यह हादसा टल सकता था।
पति-पत्नी की टूटी दुनिया, 5 साल की बच्ची की मां चली गई
स्वाति के पति दिलीप सिंह पोस्ट ऑफिस में पोस्टमास्टर हैं और उनकी एक 5 साल की बेटी अक्षरा है। पत्नी की असामयिक मौत से पूरा परिवार गहरे सदमे में है।
पूर्व विधायक ने उठाए गोशालाओं पर सवाल, मुआवज़े की मांग
सपा के पूर्व विधायक बैजनाथ दुबे ने प्रशासन को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि गोशालाओं पर करोड़ों खर्च हो रहे हैं, फिर भी सड़कों पर सांड आतंक मचा रहे हैं। उन्होंने मृतका के परिवार को ₹50 लाख मुआवज़ा देने और गोशालाओं में हो रहे घोटालों की जांच की मांग की।
तीन दिन पहले भी सांड ने किया था हमला, फिर भी नहीं जागा प्रशासन
घटना से केवल तीन दिन पहले परसपुर के पुरैना पूरे पांडेय पुरवा में भी एक सांड के हमले की घटना हुई थी। लेकिन तब भी प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया।






