
जन एक्सप्रेस/देहरादून(उत्तराखण्ड) : उत्तराखंड परिवहन निगम को उस समय बड़ा झटका लगा जब दिल्ली और चंडीगढ़ मार्ग की पांच वॉल्वो बसें अनुबंध समाप्त होने के चलते सोमवार से बेड़े से बाहर हो गईं। इससे विशेषकर उच्च श्रेणी के यात्रियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ेगा, क्योंकि वॉल्वो बसें उनकी पहली पसंद रही हैं। निगम अब भी नई बसों के अनुबंध की प्रक्रिया में पिछड़ा हुआ नजर आ रहा है। फिलहाल देहरादून से दिल्ली मार्ग पर संचालित वॉल्वो बसों की संख्या घटकर 23 रह गई है। इसके साथ ही दून-पांवटा-चंडीगढ़ मार्ग की एक बस भी बंद हो गई है। निगम को अगले झटके के रूप में अगस्त के पहले सप्ताह में दो और वॉल्वो बसें गंवानी पड़ सकती हैं, जिनका अनुबंध 3 अगस्त को समाप्त हो रहा है।
नया अनुबंध अधर में, व्यवस्था चरमराई
निगम अधिकारियों ने पहले बीएस-4 वॉल्वो बसों की जगह बीएस-6 बसें लाने का दावा किया था, लेकिन नौ महीने बीतने के बावजूद एक भी नया अनुबंध नहीं हो सका है। वर्तमान में निगम के पास केवल 12 बीएस-6 वॉल्वो बसें हैं, जबकि बाकी बीएस-4 श्रेणी की हैं, जिन्हें दिल्ली जैसे प्रदूषण-नियंत्रित क्षेत्रों में चलाने पर रोक है।
सबसे मुनाफे वाला रूट भी प्रभावित
दिल्ली मार्ग निगम का सबसे लाभकारी रूट माना जाता है। सभी वॉल्वो बसें नॉन-स्टॉप चलती हैं और अधिकांश सीटें ऑनलाइन बुक रहती हैं। अब इस मार्ग पर बसों की संख्या घटने से न केवल यात्रियों को परेशानी होगी बल्कि निगम के राजस्व पर भी असर पड़ने की संभावना है।
अभी ये सेवाएं बंद हुईं:
- दून-दिल्ली वॉल्वो: सुबह 8:30, 10:30, 11:30 व शाम 5:00 बजे की बसें
- दून-चंडीगढ़ वॉल्वो: दोपहर 12:30 बजे
- 3 अगस्त से हटेंगी: सुबह 9:30 व रात 11:30 बजे की दिल्ली वॉल्वो
निगम ने क्या कहा?
अनुबंध समाप्त होने के कारण पांच वॉल्वो बसें बाहर हो गई हैं। दो बसें अगले माह बाहर होनी हैं। इनके बदले नई वॉल्वो बसों के अनुबंध की तैयारी मुख्यालय स्तर पर चल रही है।
— राजीव गुप्ता, एजीएम, ग्रामीण डिपो






