
जन एक्सप्रेस हरिद्वार। गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में तीन दिवसीय राष्ट्रीय परिव्राजक गरिमा शिविर का शुभारंभ प्रेरणादायक वातावरण में हुआ। इस शिविर में देश भर के चयनित प्रज्ञा संस्थानों से जुड़े स्वयंसेवक भाग ले रहे हैं। शिविर के प्रथम सत्र में शांतिकुंज कार्यकत्र्ताओं ने परिव्राजकों की भूमिका, युग परिवर्तन में उनकी जिम्मेदारियाँ और जन-जागरण में उनके प्रभावपूर्ण योगदान पर प्रकाश डाला। प्रतिभागियों ने आत्मिक उन्नयन, व्यवहारिक साधना, मंच कौशल, संवाद दक्षता, सेवाभाव, संगठनात्मक क्षमता और मिशन के जन्मशताब्दी लक्ष्य से जुड़ी प्रेरणाओं को आत्मसात किया।शिविर समन्वयक ने बताया कि आगामी सत्रों में विशेष प्रशिक्षण, समूह चर्चा, अनुभव साझा, प्रेरक उद्बोधन एवं प्रायोगिक गतिविधियों के माध्यम से प्रतिभागियों के सर्वांगीण विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। शिविर का मुख्य उद्देश्य परिव्राजकों को और अधिक समर्थ, संवेदनशील, सेवाभावी और नेतृत्वक्षम बनाना है, ताकि राष्ट्रव्यापी अध्यात्म प्रेरित जनजागरण को नई गति मिल सके। देशभर से आए परिव्राजक भाई-बहिनों में शिविर को लेकर उत्साह और सक्रिय सहभागिता देखी गई, जो इसके सफलता का प्रतीक है। इस अवसर पर शांतिकुंज के उत्तर जोन समन्वयक परमानंद द्विवेदी, ओंकार पाटीदार, दिनेश पटेल सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।






