परंपरा, पहलवानी और पसीना ऐंचवारा गांव में दो दिवसीय पारंपरिक दंगल सम्पन्न
देशभर से जुटे नामी पहलवान, महिला पहलवानों का मुकाबला बना आकर्षण का केंद्र

जन एक्सप्रेस चित्रकूट (मानिकपुर)।पितृ पक्ष की नवमी और दशमी के अवसर पर मानिकपुर तहसील के ऐंचवारा गांव में आयोजित हुआ दो दिवसीय पारंपरिक दंगल, जिसमें देशभर से आए नामी पहलवानों ने अपने दांव-पेंच से दर्शकों को रोमांचित कर दिया।दंगल का आयोजन हर वर्ष की तरह इस बार भी ग्राम प्रधान सुनील शुक्ला द्वारा किया गया, जो न सिर्फ खेल परंपरा को जीवित रखने का प्रयास है, बल्कि ग्राम्य संस्कृति के उत्सव जैसा प्रतीत होता है।
गौरवशाली मेहमानों की उपस्थिति
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में मानिकपुर विधायक अविनाशचंद्र द्विवेदी, पूर्व सांसद आर.के. सिंह पटेल, ब्लाक प्रमुख अरविंद मिश्रा, जिला पंचायत सदस्य विनीत द्विवेदी, अर्जुन बघेल, अंजनी शुक्ला, राममिलन द्विवेदी आदि मौजूद रहे।
सभी अतिथियों ने पहलवानों से हाथ मिलवाकर मुकाबलों की शुरुआत कराई।
रहमान से रोमांच तक: जब कुश्ती में गूंज उठीं तालियाँ ,बाबा पहलवान ने नारायण पहलवान को चित किया ,ललित पहलवान (खरौंध) ने मेघराज (हमीरपुर) को पराजित किया ,मुस्कान (कानपुर) ने राजू पहलवान को हराया ,संगम पहलवान (खरौंध) ने राजू घाटमपुर को शिकस्त दी ,राजकरण (पड़री) ने मेघराज पहलवान को पराजित किया ,रामजी बबेरू और बाबा गुढा के बीच मुकाबला बराबरी पर छूटा ,अन्य रोमांचक कुश्तियों में ललित खरौंध-राममिलन मऊ टिटिहरा, विनोद टिटिहरा-बाबा मारकुंडी, जीतू छतरपुर-राजू गोबरिया के मुकाबलों ने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया
महिला पहलवानों की जोरदार टक्कर
दंगल में महिला पहलवानों के मुकाबले ने खास आकर्षण बटोरा।
माही सिंह (अयोध्या) और वैशाली (कानपुर) के बीच दमदार कुश्ती हुई जिसमें वैशाली विजयी रहीं।
दंगल के निर्णायक रहे: अत्रिमुनि पयासी, सुनील तिवारी, गुलाब सिंह, मुन्ना मिश्रा। संचालन की जिम्मेदारी वेद शुक्ला और पवन मिश्रा ने संभाली। ग्रामीणों की बड़ी भागीदारी, बना उत्सव का माहौल दंगल के दौरान मैदान में सैकड़ों दर्शकों की भीड़ उमड़ी। आसपास के गांवों से आए लोग कुश्ती के साथ-साथ मेले जैसा आनंद लेते नजर आए। खाने-पीने की दुकानों से लेकर खिलौनों और गुब्बारों की बिक्री तक, माहौल पूर्णतः पारंपरिक रहा। श्रीनिवास शुक्ला, पूर्व प्रधान नंदकिशोर तिवारी, बब्बू त्रिपाठी, शिवऔतार गर्ग, मुन्ना सिंह, शंकर सिंह, रामकिशोर मिश्रा, रामनारायण बेलौंहा, जागेश्वर तिवारी, भास्कर शुक्ला आदि रहे।






