उत्तर प्रदेश

राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में मुक्त विवि निरंतर सक्रिय : प्रो. सीमा सिंह

प्रयागराज । राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन में मुक्त विश्वविद्यालय निरंतर सक्रिय है। इसके अनुसार विभिन्न विषयों की यूजीसी द्वारा जारी नवीन पाठ्यक्रम संकल्पना के अनुरूप पाठ्यक्रम को मुक्त विश्वविद्यालय में इसी सत्र से लागू कर दिया गया है। अब 30 सितम्बर तक प्रवेश की तिथि को बढ़ा दिया गया है।

यह बातें उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज के क्षेत्रीय केंद्र अयोध्या के अंतर्गत आने वाले अध्ययन केंद्र प्राचार्य एवं समन्वयकों की एक दिवसीय कार्यशाला में मुक्त विवि की कुलपति प्रो. सीमा सिंह ने कही। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा का आयोजन शुक्रवार को बीएनएस गर्ल्स डिग्री कॉलेज क्षेत्रीय केंद्र अयोध्या में किया गया। जिसका उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि कुलपति प्रो. सीमा सिंह ने कहा कि सभी अध्ययन केंद्र समन्वयक रोजगार परक समावेशी शिक्षा से युक्त शैक्षिक कार्यक्रमों के बारे में केंद्र पर आने वाले लोगों को इन कार्यक्रमों की उपयोगिता के बारे में अवगत करायें। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय यूट्यूब के माध्यम से विद्वानों के लेक्चर प्रसारित कर रहा है। दूरस्थ शिक्षा के विद्यार्थी इसका लाभ उठा सकते हैं।

कुलपति ने कहा कि मुक्त विवि प्रसार कार्यों के निर्वहन, सामाजिक सरोकार एवं जन जागरूकता के प्रति निरंतर सजग तथा संवेदनशील है। विश्वविद्यालय ने प्रवेश, पाठ्य सामग्री, शैक्षणिक परामर्श, अंक पत्र व उपाधि वितरण, टेंडरिंग आदि सभी क्षेत्रों में ऑनलाइन सुविधाओं का तेजी से विस्तार करके व्यवस्थाओं को और अधिक पारदर्शी बनाने में सफलता प्राप्त की है। प्रदेश में परम्परागत उच्च शिक्षा संस्थानों तथा तकनीकी संस्थानों के आधारभूत संरचना का जनहित में प्रयोग करते हुए यह मुक्त विवि अपने बहुआयामी कार्यक्रमों के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा को जन-जन तक पहुंचाने के लिए कृत संकल्पित है।

कार्यशाला में अयोध्या, गोंडा, बस्ती, अंबेडकर नगर, सुल्तानपुर और अमेठी से आए अध्ययन केन्द्रों के प्राचार्य एवं समन्वयकों ने प्रतिभाग किया। अयोध्या क्षेत्रीय केंद्र के समन्वयक डॉ शशि भूषण राम त्रिपाठी ने कुलपति एवं अतिथियों का स्वागत किया। प्रभारी निदेशक प्रो. सत्यपाल तिवारी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति में मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा संबंधी कार्यशाला की रूपरेखा प्रस्तुत की।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button