मोदी बजट स्पेशल : निजी अस्पतालों की तरह सरकारी अस्पतालों में भी मरीजों को मिलेंगी सुविधाएं: एडी
जन एक्सप्रेस संवाददाता
कानपुर नगर। देश की तरक्की के लिए स्वास्थ्य सेवाओं का बेहतर होना बहुत जरूरी है। इसको लेकर आम बजट पर सभी की निगाहें रहती है और आज के बजट में स्वास्थ्य के क्षेत्र में बजट वृद्धि आने वाले दिनों में खुशखबरी देगा, क्योंकि मरीजों को सरकारी अस्पतालों में निजी अस्पतालों की तरह सेवाएं मिलने की संभावना बढ़ गयी है। यह बातें सोमवार को आम बजट आने के बाद कानपुर मण्डल के अपर निदेशक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा परिवार कल्याण (एडी) ने खास बातचीत में कही।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को संसद में 2021-22 का बजट पेश किया। जिसमें स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण को पिछली बार की अपेक्षा इस बार बजट में वृद्धि हुई है। बजट बढऩे से स्वास्थ्य सेवाओं को एक बड़ी सौगात मिली है। इससे चिकित्सा सेवाओं को और भी बेहतर बनाया जा सकेगा और गरीबों को इसका लाभ मिल सकेगा। कानपुर के स्वास्थ्य महकमे के चिकित्साधिकारियों से बजट के बारे में बात की गई तो सबकी अलग—अलग राय रही। अपर निदेशक डॉ. जी. के. मिश्रा (कानपुर मण्डल) से बजट को लेकर बातचीत में उन्होंने कहा कि बजट में वृद्धि होने से निजी अस्पतालों जैसी सेवाएं हम सरकारी अस्पतालों में भी दे सकते है। प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना का लाभ आम जनमानस को और बेहतर तरीके से मिल पायेगा। साथ ही जहां पूरे विश्व के लोग कोरोना संकट से जूझ रहे है। ऐसी स्थिति में स्वास्थ्य सेवा के लिए बजट बढऩा ये बड़ी काबिल—ए—तारीफ है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अनिल कुमार मिश्र से बात की तो उन्होंने बताया कि पिछले साल की अपेक्षा इस बार मे बजट वृद्धि को लेकर सरकार का फैसला स्वागत योग्य है। चिकिसाधिकारी डॉ. कीर्ति वर्धन सिंह से उनकी राय जानना चाहा तो उन्होंने स्वास्थ्य के बजट में इजाफा में होने को लेकर कहा कि स्वास्थ्य सेवा बजट बढऩा सरकार का एक सराहनीय कदम है। इसे पहले ही हो जाना चाहिए था।
वैश्विक माहमारी जैसी आपदाओं से निपटने के लिए हमें युद्धस्तर पर हमेशा तैयार रहना चाहिए और ये बजट हमारी काफी सहायता करेगा। हैलट के वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. यशवंत राव ने बताया कि बजट में वृद्धि को लेकर ये सरकार का कदम स्वागत करने योग्य है। कोरोना जैसी वैश्विक माहमारी से निपटने में हमें बजट से काफी सहूलियतें मिलेंगी। हम अब पूरी तरह से तैयार है किसी भी वैश्विक माहमारी से निपटने के लिए और युद्धस्तर पर तैयारी करने में सहायता मिलेगी।
डॉ. अभिनव सेंगर (गैस्ट्रोसर्जन) बजट को लेकर बोले कि, स्वास्थ्य बजट में वृद्धि से स्वास्थ्य सेवाएं और अच्छी बनाई जा सकेंगी। प्रधानमंत्री की आयुष्यमान योजना को और सजक बनने में मील का पत्थर साबित होगी और गरीबों को इन योजनाओ का लाभ और बेहतर तरीके से मिल सकेगा। बात करें कोरोना काल की तो पूरे विश्व में भारत का नाम रोशन हुआ है। सबसे जल्द भारत ने कोरोना संकट पर कंट्रोल किया है। साथ ही भारत के वैज्ञानिकों को भी इस बजट का लाभ मिलेगा और को—वैक्सीन को और अपग्रेड कर सकेंगे। स्वास्थ्य का बजट बढऩे से आम जनमानस को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेगी।