निष्काम कर्म ही मोक्ष का मार्ग: विधायक स्वामी प्रवक्तानंद
सत्य परमात्मा बोध शिविर के चौथे दिन प्रवचन में विधायक ने बताया आत्मा की शुद्धि का रास्ता

जन एक्सप्रेस पीलीभीत। खमरिया पुल स्थित श्री परम अक्रियधाम आश्रम में आयोजित पंचदिवसीय सत्य परमात्मा बोध शिविर के मंगलवार को चौथे दिन का आयोजन आध्यात्मिक वातावरण में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित महामंडलेश्वर एवं बरखेड़ा विधायक स्वामी प्रवक्तानंद महाराज ने ‘निष्काम कर्म योग’ के गूढ़ अर्थ को विस्तार से समझाया। उन्होंने अपने प्रवचन में बताया कि – “जो प्राणी दूसरों के लिए अच्छे या बुरे कर्म करता है, उसका कर्म सकाम होता है, क्योंकि उसमें फल की कामना जुड़ी रहती है। लेकिन जो व्यक्ति सभी कर्मों को आत्मा की आत्मा के लिए करता है, उसे निष्काम कर्म कहते हैं।” स्वामी जी ने समझाया कि निष्काम कर्म ही ऐसा मार्ग है जो आत्मा को जन्म और मरण के चक्र से मुक्ति दिलाने की ओर ले जाता है।अपने उद्बोधन में उन्होंने सभी श्रद्धालुओं को संदेश दिया कि जीवन में हर कार्य सेवा और समर्पण की भावना से करना चाहिए। यही सच्ची भक्ति है और यही परमात्मा से एकाकार होने का साधन है। उन्होंने शिविर में उपस्थित श्रद्धालुओं को प्रेरित किया कि वे सांसारिक बंधनों को त्यागकर आत्मिक जागृति की ओर अग्रसर हों।शिविर में बड़ी संख्या में भक्तगण उपस्थित रहे। सत्संग में भजनों, ध्यान एवं आत्मचिंतन के माध्यम से उपस्थितजन आध्यात्मिक अनुभूति से सराबोर हुए। आयोजकों ने बताया कि शिविर का समापन अगले दिन भंडारे और आत्मा-बोध सत्र के साथ होगा।