माता – पिता दुर्गा पूजा कार्यक्रम में व्यस्त रहे, घर में झुलसकर मर गए दो मासूम बेटे
मोमबत्ती से लगी आग के कारण हुआ हादसा
जन एक्सप्रेस/संवाददाता
बहराइच। पति- पत्नी दुर्गा पूजा पांडाल में कार्यक्रम देखने में व्यस्त रहे और दो बेटों की घर में झुलसकर मौत हो गई। घर लौटने पर जब पिता ने चारपाई पर बच्चों को जलते देखा तो उनकी चीख निकल पड़ी। पिता की चीख सुनकर ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर बच्चों को लपटों से बाहर निकाला तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
जिले के बौंडी थाना अंतर्गत ग्राम पंचायत बेहड़ा के बैरिया गांव निवासी बद्री विशाल मिश्रा गुरुवार रात घर से कुछ दूरी पर आयोजित दुर्गा पूजा कार्यक्रम देखने अपनी पत्नी तथा 6 वर्षीय पुत्र सत्या और 4 वर्षीय पुत्र सनी के साथ गए थे। रात 11 बजे के आसपास जब दोनों पुत्रों को नींद आने लगी तो बद्री विशाल बेटे सत्या और शनी को घर लेकर आया। घर पर लाइट नहीं थी जिसके चलते मोमबत्ती जलाया और दोनों पुत्रों को कमरे में सुलाकर बद्री विशाल फिर कार्यक्रम देखने चला गया।
उधर जल रही मोमबत्ती बच्चों के बिस्तर पर गिर गई जिससे आग लग गई। चारपाई पर सो रहे सगे भाई सत्या और शनी जिंदा जल गए। मकान के दूसरे हिस्से में बद्री विशाल के पिता जाप कर रहे थे। उन्हें भी घटना की जानकारी नहीं हुई। देर रात बद्री विशाल और उनकी पत्नी कार्यक्रम से लौटे तो बच्चों के कमरे से तेज धुआं निकल रहा था। बद्री विशाल ने दरवाजा खोला तो सन्न रह गया। बच्चों की चारपाई जल रही थी और दोनों बच्चे उसी में झुलस कर दम तोड़ चुके थे। अपने बेटों की यह हालत देखकर बद्री विशाल चीख पड़ा। पारिवारीजनों के साथ गांव के लोग बद्री विशाल की चीख सुनकर दौड़े। लोग मौके पर पहुंचे तो कमरे के अंदर चारपाई जल रही थी लोगों ने किसी तरह आग बुझाया। लेकिन तब तक चारपाई पर सो रहे दोनों बच्चों की मौत हो चुकी थी।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा
घटना की सूचना पाकर रात में ही बौडी थाना के प्रभारी निरीक्षक अंजनी कुमार राय भी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। प्रभारी निरीक्षक का कहना है की मोमबत्ती से बिस्तर में आग लगने के चलते हादसा हुआ है। पुलिस ने झुलसे दोनों बच्चों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।