उत्तराखंड

एम्स में विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर लोगों को किया जागरूक

ऋषिकेश । एम्स ऋषिकेश के कॉलेज ऑफ नर्सिंग में चारुसत यूनिवर्सिटी, गुजरात के सहयोग से विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के उपलक्ष्य में कार्यक्रम आयोजित किया गया। विश्व स्वास्थ्य संगठन की इस वर्ष की थीम “ग्रो फूड नो टोबैको” थीम पर हुए कार्यक्रम में लोगों को तम्बाकू को लेकर जागरूक किया गया।

गुरुवार को कार्यक्रम का बतौर मुख्य अतिथि संस्थान की कार्यकारी निदेशक और सीओई प्रोफेसर डॉ. मीनू सिंह ने अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि निरोगी और दीर्घजीवन के लिए हमें तम्बाकू जैसे नशीले व जनस्वास्थ्य के लिए हानिकारक पदार्थों से दूर रहना होगा। उन्होंने खासकर युवाओं में तेजी से बढ़ती नशावृत्ति पर जनजागृति से रोक लगाने पर जोर दिया।

कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्राचार्य प्रो. (डॉ.) स्मृति अरोड़ा ने जनसामान्य को तंबाकू छोड़ने के फायदों के बारे में जागरूक किया। इस अवसर परएम्स अस्पताल की ओपीडी में पहुंचे, मरीजों, उनके तीमारदारों व आम लोगों की जागरुकता के लिए विभिन्न गतिविधियों का प्रदर्शन किया गया।

रोल प्ले की स्क्रिप्ट में तम्बाकू के विभिन्न स्रोतों, तम्बाकू की लत के विभिन्न पहलुओं, व्यसन के प्रमुख कारकों जैसे सहकर्मी दबाव, खराब पारिवारिक भूमिका आदि स्थितियों से तम्बाकू की आदत पड़ने से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों पर प्रकाश डाला। साथ ही रोल प्ले के माध्यम से मरीजों को तंबाकू छोड़ने में मदद करने के लिए एम्स ऋषिकेश में संचालित तंबाकू समाप्ति क्लिनिक में उपलब्ध फार्माकोथेरेपी, मनोचिकित्सा और योग/ ध्यान जैसी नशामुक्ति के लिए उपलब्ध उपायों का महत्व बताया।

इस दौरान स्नातकोत्तर छात्र चारुसत विश्वविद्यालय, गुजरात के छात्रों ने डब्ल्यूएचओ द्वारा निर्धारित थीम पर पोस्टर और बैनर प्रदर्शित किए। साथ ही नर्सिंग स्नातक छात्रों की भाषण प्रतियोगिता की गई। कार्यक्रम में चीफ नर्सिंग ऑफिसर रीटा शर्मा, फैकल्टी सदस्यों, ट्यूटर्स और कॉलेज ऑफ नर्सिंग के छात्रों ने प्रतिभाग किया। लोगों ने जनजागरुकता कार्यक्रमों के बेहतर प्रदर्शन के लिए नर्सिंग छात्रों की सराहना की ।

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