पीएम मोदी ने लोकसभा चुनाव को लेकर राजस्थान के दौसा में किया रोड शो
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौसा रोड शो के दौरान राजस्थान सरकार के मंत्री डॉक्टर किरोड़ीलाल मीणा और दौसा से लोकसभा प्रत्याशी कन्हैयालाल मीणा तीनों एक ही रथ में सवार होकर रोड शो किए। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने हाथ में कमल का निशान दिखाकर लोगों का अभिवादन करते नजर आए। दौसा भाजपा के भीष्म पितामह कहे जाने वाले गोवर्धन लाल बडेरा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झुककर प्रणाम किया। लेकिन मोदी इस दौरान अपनी पार्टी के नेता से मिलने नहीं उतर पाए। दौसा में रोड शो के दौरान पीएम मोदी का यह रोड शो गांधी तिराहे से लेकर गुप्तेश्वर दरवाजे तक निकल गया।
मोदी के रोड शो के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाथ हिलाकर जनता का अभिवादन करते नजर आए। इसके बदले यहां की जनता भी मोदी-मोदी के नारे लगाती नजर आई। जहां-जहां से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला गुजरा, लोग अचंभित होकर प्रधानमंत्री को देख रहे थे।
अच्छी खासी तादाद की भीड़ के बीच नरेंद्र मोदी का यह शो अब लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है। मोदी के रोड शो में अच्छी खासी तादाद में महिलाएं भी नजर आईं। जब महिलाओं से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अबकी बार एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बनेंगे और देश को तरक्की के रास्ते पर आगे ले जाएंगे।
पीएम मोदी का यह काफिला जैसे ही भाजपा के वयोवृद्ध नेता गोवर्धनलाल बढेरा के आगे से निकाला तो कुछ देर के लिए प्रधानमंत्री मोदी वहां रुक गए और किरोड़ीलाल मीणा ने भाजपा के भीष्म पितामह कहे जाने वाले गोवर्धनलाल बडेरा की तरफ इशारा करते हुए मोदी को बताया कि यही वह नेता हैं, लेकिन शायद सुरक्षा के चलते प्रधानमंत्री मोदी बढेरा के प्रतिष्ठान पर हाथ जोड़कर आगे बढ़ गए। जबकि दौसा की भाजपा ने जो प्रधानमंत्री का कार्यक्रम जारी किया था, उसमें इस नेता के प्रतिष्ठान पर दो मिनट का कार्यक्रम था।
बता दें कि रोड शो गांधी तिराहे से शुरू हुआ और गुप्तेश्वर सर्किल पर खत्म हुआ। मोदी ने 50 मिनट तक करीब सवा किमी तक लोगों का अभिवादन स्वीकारा। इससे पहले पीएम ने बाड़मेर में सभा को संबोधित किया। मोदी रोड शो को देखते हुए पुलिस-प्रशासन के साथ सुरक्षा एजेंसियों ने मोर्चा संभाल लिया था। इससे पूर्व गुरुवार को एसपीजी सहित पीएमओ सुरक्षा से जुड़ी टीम ने रिहर्सल किया था। रोड शो के दौरान जिला और रेंज के छह एसपी, 45 एएसपी और डीएसपी, 125 इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर तैनात रहे। इसके अलावा एक हजार से ज्यादा जवानों को भी तैनात किया गया।