गोंडा में चौकी इंचार्ज की गुंडागर्दी: वायरल वीडियो से पुलिस विभाग पर सवाल

जन एक्सप्रेस गोंडा। जिले के नगर कोतवाली क्षेत्र स्थित पांडेय बाजार चौकी से जुड़ा एक शर्मनाक मामला सामने आया है, जहां चौकी इंचार्ज सुरेश यादव पर आम जनता के साथ गुंडागर्दी करने का गंभीर आरोप लगा है। सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे वीडियो में चौकी इंचार्ज को बीच सड़क पर वर्दी का रौब दिखाते हुए दुकानदारों के सामान पर लात मारते और गाली-गलौज करते नजर आ रहे हैं। यह घटना पुलिस विभाग की छवि को धूमिल करने वाली है,जिससे जिले में ‘मित्र पुलिस’ की अवधारणा पर सवाल खड़े हो गए हैं। वीडियो में सुरेश यादव एक दुकानदार से बहस के दौरान उग्र हो जाते हैं और वे बीच सड़क पर खड़ी दुकान के सामान को लातें मारते हैं,जिससे फल-सब्जियां इधर-उधर बिखर जाती हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार,मामला एक छोटी-सी ट्रैफिक जाम को लेकर शुरू हुआ,लेकिन चौकी इंचार्ज ने इसे व्यक्तिगत दुश्मनी में बदल दिया। “तुम्हें कानून सिखाना है क्या?” चिल्लाते हुए वे दुकानदार को धमकाते दिखे, जबकि खुद कानून की धज्जियां उड़ा रहे थे। वीडियो में दर्ज संवादों से साफ झलकता है कि यादव जनता के साथ अभद्र व्यवहार कर रहे हैं, जो एक जिम्मेदार अधिकारी के लिए अकल्पनीय है। स्थानीय दुकानदारों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि सुरेश यादव अक्सर ऐसी गुंडागर्दी करते हैं। “हमारी दुकानें सड़क पर लगती हैं, थोड़ी जगह ले ली तो क्या? वे वर्दी देखकर डराते हैं, लेकिन आज वीडियो वायरल होने से सब उजागर हो गया,” एक दुकानदार ने कहा। सोशल मीडिया पर #GondaPoliceMisuse और #SureshYadavGundagai जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। हजारों यूजर्स ने वीडियो शेयर कर पुलिस उच्चाधिकारियों को टैग किया है, मांग की है कि तत्काल कार्रवाई हो। जिले के एसएसपी विनीत जायसवाल ने मामले को संज्ञान में लेने की बात कही है,लेकिन अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है और ना ही कार्रवाई हुई। जिम्मेदार अफसर लीपापोती में जुटे नजर आ रहे हैं, जो सिस्टम पर गंभीर सवाल उठाता है। विपक्षी दलों ने इसे योगी सरकार की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति पर प्रहार बताया। समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता ने ट्वीट कर कहा, “मित्र पुलिस बनाम गुंडा पुलिस? गोंडा में जनता का उत्पीड़न बंद हो। “यह घटना गोंडा जिले में पुलिस की निरंकुश कार्यशैली को उजागर करती है। पहले भी जिले में पुलिसकर्मियों के खिलाफ ऐसी शिकायतें आई हैं, जैसे करनैलगंज चौकी इंचार्ज पर अभद्रता के आरोप। विशेषज्ञों का मानना है कि वर्दी का दुरुपयोग न केवल जनता का विश्वास तोड़ता है, बल्कि अपराधियों को हौसला देता है। अब सवाल यह है कि क्या इस वायरल वीडियो के बाद सुरेश यादव पर विभागीय जांच होगी या मामला ठंडे बस्ते में चला जाएगा? जनता की मांग है कि एसपी तुरंत निष्पक्ष जांच कराएं और दोषी को सजा दें। अन्यथा, ‘मित्र पुलिस’ का नारा खोखला साबित होगा।






