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सकरौहा गांव में पुलिस ने लगाई पाठशाला, लोगों को किया जागरूक

जन एक्सप्रेस/चित्रकूट: प्रदेश सरकार के ‘सेवा, सुरक्षा व सुशासन’ के 08 वर्ष पूर्ण होने पर पुलिस अधीक्षक की अध्यक्षता में पाठा क्षेत्र के मानिकपुर थाना क्षेत्र की कम्पोजिट विद्यालय सकरौहा में पाठा की पुलिस पाठशाला कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

छात्र,छात्राओं, अभिभावकों व ग्रामवासियों को बाल संरक्षण,महिला सशक्तिकरण,नशामुक्ति,साइबर अपराध व यातायात नियमों के प्रति लोगों को जागरूक किया गया।


पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह की अध्यक्षता में क्षेत्राधिकारी मऊ यामीन अहमद,उप जिलाधिकारी मानिकपुर मोहम्मद जशीम की उपस्थिति में थाना मानिकपुर अन्तर्गत कम्पोजिट विद्यालय सकरौहा में पाठा की पुलिस पाठशाला कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक द्वारा समाज के ऐसे लोगों को जो अपने बच्चों को उनकी प्राथमिक शिक्षा से वंचित रख रहे है उन बच्चों के स्कूल में दाखिला दिलाए जाने हेतु अपील की गयी। शिक्षा के महत्व को लेकर अवगत कराया। पुलिस अधीक्षक द्वारा बताया गया कि पाठा की पुलिस पाठशाला से यह संदेश ग्रामवासियों तक पहुंचे इसके लिए वृहद स्तर पर कार्यक्रम का आयोजन कराया गया। पुलिस व शिक्षा विभाग के सहयोग से स्कूली बच्चों को शिक्षा की तरफ उन्मुख करने हेतु कक्षा 03 से 08 तक के 220 बच्चों को किताबे व अन्य लेखन सामग्री भी वितरण किया गया। उपजिलाधिकारी मानिकपुर मो. जसीम ने बच्चों को शिक्षित करने पर जोर दिया कहा, अगर बालक को शिक्षित कर दिया जाए तो सही रास्ते पर चलकर अपनी मंजिल तक आसानी से पहुंच सकता है। उपजिलाधिकारी ने बच्चों को मोबाइल से उचित दूरी बनाने की सलाह दी। साइबर अपराध को लेकर भी ग्रामीणों से रूबरू हुए।

विद्यार्थियों को बताइए पांच लक्षण
बाल संरक्षण अधिकारी डॉ सौरभ कुमार सिंह ने बच्चों को शिक्षित करने पर जोर दिया। सीडब्लूसी अध्यक्ष राजेश कुमार द्वारा बाल विवाह न करने व बच्चों के चौमुखी विकास के सम्बन्ध में विस्तृत रूप से समझाया। साथ ही विद्यार्थियों को पांच लक्षणों के बारे में बताते हुए दिनचर्या को लेकर जागरूक किया।

प्रभारी निरीक्षक ने बताए सुरक्षित यातायात के नियम
प्रभारी निरीक्षक मानिकपुर दुर्ग विजय सिंह द्वारा स्कूल के बच्चों एवं उनके अभिभावकों व ग्रामवासियों को नशा न करने,यातायात नियमों को लेकर जागरूक किया गया। बताया कि ओवर स्पीडिंग न करें, दो पहिया वाहन चलाते समय हमेशा हेलमेट का प्रयोग व तीन सवारी को न बैठा कर न चलें। चार पहिया वाहन चलाते समय सीट बेल्ट का प्रयोग, सड़क पर वाहन चलाते समय स्टंट/खतरनाक ड्राइविंग न करने, दुर्घटना में घायल व्यक्ति की तुरंत मदद करने, नशे की हालत में वाहन न चलाने,लेन ड्राइविंग व अत्यधिक तेज हार्न का प्रयोग न करने, वाहन चलाते मोबाइल फोन का प्रयोग न करने ,गलत तरीके से ओवर टेकिंग न करने, दाएं बाएं मुड़ते समय इंडिकेटर का प्रयोग करने के बारे में बताया गया। उन्होंने कहा यातायात के सभी नियमों के पालन कर सड़क दुर्घटनाओं में कमी लायी जा सकती है बताया गया।

महिला आरक्षी अंशु सैनी ने महिलाओं को किया जागरूक
थाना मानिकपुर में तैनात महिला आरक्षी अंशू सैनी द्वारा महिलाओं,बालिकाओ को “एंटी रोमियो स्क्वायड” टीम के बारे में विस्तार से अवगत कराया। बताया कि सादे वस्त्रों में तथा प्राइवेट वाहनों से सार्वजनिक स्थलों,स्कूल, कॉलेज व कोचिंग संस्थान के आसपास व ऐसे स्थान जहाँ पर महिलाओं एवं बालिकाओं का अधिकतर आवागमन होता है उनको भौतिक रुप से चिन्हित कर शोहदो,मनचलो के द्वारा छेड़छाड़ आदि आपत्तिजनक हरकतों को रोकने के उद्देश्य से सघन चैकिंग कर लोगों से पूछताछ कर आवश्यक कार्यवाही की जाती है।

साइबर अपराध को लेकर दी विस्तृत जानकारी
साइबर थाना में तैनात आरक्षी शुभम द्विवेदी द्वारा बढ़ते साइबर अपराध की रोकथाम हेतु बताया गया कि क्या करें क्या न करें। बताया किसी भी अनजान व्यक्ति को अपना अकाउंट विवरण व एटीएम कार्ड नम्बर व पिन नम्बर सी.वी.वी. व ओटीवी नम्बर,एस0l.एम.एस. न बताये। एटीएम हमेशा अकेले प्रयोग करने किसी अनजान व्यक्ति की मदद न लें। अपनी व्यक्तिगत जानकारी किसी अनजान व्यक्ति को फोन,ई-मेल,एस.एम.एस. फेसबुक,व्हाट्सएप पर कभी न दें।आधार कार्ड,पैन कार्ड,राशन कार्ड,नयी सिम लेने के लिए कई बार फिंगर स्कैन न करें। बोनस प्वाइंट,रिवार्ड प्वाइंट,कैशबैक,के.बी.सी. आदि लुभावने ऑफर के लालच में अपना बैंक डिटेल फोन पर कभी भी शेयर न करें। किसी प्रकार का रिमोट एप्स जैसे टीम व्यूवर,ऐनी डेक्स आदि किसी के कहने पर मोबाइल में इनस्टॉल न करें। कम समय में पैसा डबल करने,क्रिप्टो में इन्वेस्टमेंट कर ज्यादा रिटर्न मिलने जैसे लुभावने स्कीम के लालच में न आयें। फेसबुक,इंस्टाग्राम,ब्लॉग,ट्विटर चैट रूम आदि जैसे किसी भी ऑनलाइन प्लेटफार्म सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर अपनी निजी जानकारी जैसे घर का पता,फोन नम्बर,जन्मतिथि और जन्म स्थान आदि तथा वर्तमान लोकेशन कभी भी शेयर न करें। 9. पुलिस व साइबर अधिकारी के नाम की काल आने पर आपके बच्चे के द्वारा बलात्कार,किडनैपिंग का केस बता कर या आपके द्वारा पोर्न विडियों देखने का आरोप लगाकर आपसे पैसे की मांग की जाये तो बिलकुल न घबराये, और न ही कोई पैसे भेजें। साइबर अपराध की घटना होने पर टोल फ्री नंबर 1930 पर तुरन्त कॉल करें। इसके पश्चात नजदीकी पुलिस स्टेशन और वेबसाइट www.cybercrime.gov.in पर भी रिपोर्ट की जा सकती है।

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