इंडियन फ्रोजन फूड कंपनी के 30 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी
संभल से लेकर दिल्ली तक फैली कार्रवाई; टैक्स चोरी और अवैध कटान की जांच, 100 से अधिक अधिकारी जुटे जांच में

जन एक्सप्रेस लखनऊ/संभल |1000 करोड़ रुपये से अधिक के मीट कारोबार में संलिप्त इंडियन फ्रोजन फूड कंपनी पर आयकर विभाग ने बड़ा शिकंजा कसा है। सोमवार सुबह से लखनऊ आयकर जांच इकाई के नेतृत्व में दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तर प्रदेश के कई शहरों में 30 से अधिक ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की गई।संभल, बरेली, मुरादाबाद, दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद समेत एक दर्जन से अधिक शहरों में इस कंपनी की गतिविधियों की जांच की जा रही है। करीब 100 से अधिक आयकर अधिकारी व कर्मचारी, पीएसी बल के साथ इस ऑपरेशन में जुटे हैं।
टैक्स चोरी के मिले पुख्ता सुराग:
सूत्रों के अनुसार, कंपनी पर बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी की शिकायतें लगातार मिल रही थीं। आयकर विभाग की टीम बीते कुछ दिनों से सुराग जुटा रही थी। अब प्रारंभिक प्रमाण मिलने के बाद दस्तावेजी साक्ष्य जुटाने के लिए छापेमारी की गई है।कंपनी के संचालकों व निदेशकों से पूछताछ जारी है, और उनके वित्तीय रिकॉर्ड, बैंक खातों, लेन-देन की जानकारी तथा स्टॉक से संबंधित कागजातों की गहनता से जांच की जा रही है।
अनुमति से अधिक पशुओं के कटान की भी जांच:
कर चोरी के साथ-साथ विभाग को शक है कि कंपनी द्वारा अनुमति से अधिक पशुओं का कटान भी किया जा रहा है। इससे पहले भी यूपी के कई मीट कारोबारियों के खिलाफ ऐसी ही शिकायतें सामने आई थीं, जिनमें स्थानीय प्रशासन और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों की भूमिका पर भी सवाल उठे थे।विशेष रूप से बरेली की एक कंपनी में इसी तरह के मामलों में बिना अनुमति के कटान और बिक्री के प्रमाण मिल चुके हैं। अब आयकर विभाग इन बिंदुओं पर भी गहराई से पड़ताल कर रहा है।






