जल भराव समस्या से जूझ रहे रावगढ़ वासी
विकासखंड पनवाड़ी की ग्राम पंचायत बैदों का मामला

जन एक्सप्रेस पनवाड़ी (महोबा)। विकास खंड पनवाड़ी के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत बैंदो के मोहल्ला रावगढ़ में लाखों रुपये की लागत से बनी सीसी सड़क आजकल बरसाती पानी के जलभराव के कारण लोगों के लिए मुसीबत बन गई है। जिस सड़क का निर्माण आवागमन को सुगम बनाने और विकास की तस्वीर बदलने के लिए किया गया था, वही अब स्थानीय निवासियों के लिए ‘जी का जंजाल’ साबित हो रही है।
ग्राम पंचायत द्वारा कुछ समय पहले मोहल्ला रावगढ़ में लोगों की वर्षों पुरानी आवागमन की समस्या को देखते हुए सीसी सड़क का निर्माण कराया गया था। निर्माण के बाद लोगों ने राहत की सांस ली और उम्मीद जताई कि अब बरसात में भी उन्हें कीचड़ और गड्ढों से होकर नहीं गुजरना पड़ेगा। लेकिन वास्तविकता इससे उलट निकली। बरसात शुरू होते ही सड़क पर पानी भरने लगा और कुछ ही दिनों में यह समस्या गंभीर रूप ले चुकी है।
स्थानीय लोगों के मुताबिक, सड़क निर्माण के दौरान जल निकासी की कोई पुख्ता व्यवस्था नहीं की गई। नालियां अधूरी छोड़ दी गईं या कहीं-कहीं बनाई ही नहीं गईं। नतीजा यह हुआ कि बारिश का पानी निकलने का कोई रास्ता न होने से पूरी सड़क तालाब में बदल गई है। मोहल्ले के बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं इस जलभराव से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। बच्चे स्कूल जाने में भीग जाते हैं, बुजुर्ग फिसलने और चोट लगने के डर से बाहर निकलने से कतराने लगे हैं।
पानी कई दिनों से जमा होने के कारण उसमें बदबू आने लगी है और मच्छरों, जहरीले कीड़ों तथा बरसाती कीटों का प्रकोप बढ़ गया है। इससे डेंगू, मलेरिया, त्वचा संक्रमण जैसी संक्रामक बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है। मोहल्लेवासी बताते हैं कि रात में सांप-बिच्छू जैसे खतरनाक जीव भी पानी में देखे जा रहे हैं, जिससे लोगों में भय का माहौल है।
स्थानीय निवासी रामप्रसाद ने बताया, “सड़क बनने के बाद हमें लगा था कि अब हमारी परेशानियां खत्म हो जाएंगी, लेकिन यह तो और बढ़ गई हैं। बरसात शुरू होते ही घर से निकलना मुश्किल हो जाता है। कई बार बच्चों को गोद में उठाकर पानी पार कराना पड़ता है।” वहीं, एक अन्य निवासी मीरा देवी का कहना है, “ग्राम पंचायत ने निर्माण तो करा दिया, लेकिन जल निकासी की व्यवस्था नहीं की। जिम्मेदार लोग सिर्फ काम दिखाने के लिए कर रहे हैं, गुणवत्ता और सुविधा पर ध्यान नहीं देते।”
मोहल्लेवासियों का आरोप है कि सड़क निर्माण में जल्दबाजी और लापरवाही बरती गई। उन्होंने कई बार पंचायत और संबंधित विभाग को समस्या से अवगत कराया, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। लोगों की मांग है कि जल्द से जल्द नालियों का निर्माण कर पानी की निकासी सुनिश्चित की जाए, अन्यथा बरसात के पूरे मौसम में उन्हें इसी मुश्किल का सामना करना पड़ेगा।
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, संबंधित विभाग को जलभराव की समस्या की सूचना दी जा चुकी है। जल्द ही निरीक्षण कर समाधान निकालने की बात कही गई है। हालांकि, तब तक मोहल्ले के लोगों को बरसाती जलभराव, कीट-पतंगों और बीमारी के खतरे के बीच ही रहना होगा।






