
जन एक्सप्रेस उत्तरकाशी धराली: आपदा के बाद राहत व बचाव कार्यों ने रफ्तार पकड़ ली है। सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, राजपूताना राइफल्स सहित विभिन्न एजेंसियां लापता लोगों की तलाश और फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने में जुटी हैं। आज सुबह 9 बजे तक 55 लोगों को ITBP ने मातली शिफ्ट किया।
हेलिकॉप्टर से राहत: भारी मशीनरी और रसद पहुंचाई, 657 लोगों का सफल रेस्क्यू
वायुसेना के चिनूक, एमआई-17 और यूकाडा के आठ हेलिकॉप्टरों की मदद से आपदा प्रभावित क्षेत्रों में लगातार राहत सामग्री और भारी मशीनरी पहुंचाई जा रही है। अब तक उत्तरकाशी के हर्षिल, नेलांग, मातली और गंगोत्री क्षेत्रों से कुल 657 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है।
गंगोत्री हाईवे आंशिक रूप से बहाल, 15 किमी आगे पुल ध्वस्त
भटवाड़ी के पास गंगोत्री नेशनल हाईवे का 100 मीटर हिस्सा यातायात के लिए खोल दिया गया है, लेकिन आगे का पुल टूटने के कारण सड़क मार्ग से राहत कार्य फिलहाल असंभव है। ऐसे में हेलिकॉप्टर ही एकमात्र विकल्प बने हुए हैं।
केंद्र की अंतर मंत्रालय टीम करेगी दौरा, नुकसान का लेगी जायजा
आगामी सप्ताह में केंद्र सरकार की अंतर मंत्रालय टीम उत्तरकाशी पहुंचेगी, जो नुकसान का आकलन कर पुनर्निर्माण और दीर्घकालिक राहत की रणनीति तैयार करेगी। NDMA ने राज्य अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर रेस्क्यू ऑपरेशन की प्रगति की जानकारी ली।
मुख्यमंत्री ने आपदा पीड़ितों को दिया भरोसा: ‘हर जरूरत होगी पूरी’
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार दूसरे दिन आपदा ग्रस्त धराली और सैंजी क्षेत्र के दौरे पर रहे। उन्होंने प्रभावित परिवारों से मुलाकात की, उनका दुख बांटा और हर संभव सरकारी मदद का आश्वासन दिया।
बचाए गए लोगों में 10 राज्यों के नागरिक शामिल
रेस्क्यू किए गए 657 लोगों में उत्तराखंड के साथ-साथ गुजरात के 131, महाराष्ट्र के 123, मध्य प्रदेश के 21, उत्तर प्रदेश के 12, राजस्थान के 6, दिल्ली के 7, असम और कर्नाटक के 5-5, तेलंगाना के 3 और पंजाब का एक नागरिक शामिल है।
2500 खाने के पैकेट, जनरेटर व अन्य जरूरी उपकरण भेजे गए
हर्षिल व अन्य प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री पहुंचाने के लिए जौलीग्रांट एयरपोर्ट से जेसीबी, डोजर, टिप्पर, जनरेटर सहित अन्य संसाधन चिन्यालीसौड़ होते हुए भेजे गए हैं। साथ ही 2500 फूड पैकेट भी हर्षिल भेजे गए हैं।






