उत्तर प्रदेश

जालौन में सड़क निर्माण में धांधली… कई अधिकारी निलंबित

सड़क निर्माण की अधिक लंबाई दिखाकर सरकारी खजाने को लगाई चपत, जनएक्सप्रेस ने उठाया ने सड़क निर्माण में धांधली का मुद्दा

जन एक्सप्रेस/राज्य मुख्यालय। योगी सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करने का दावा कर रही है, लेकिन कहीं न कहीं आस्तीन के सांप सरकारी की ‘भ्रष्ट मुक्त शासन’ देने की मंशा को पलीता लगा रहे हैं। आम लोगों की सुविधाओं के लिए बनाए गए विभाग में ही घपने की नई-नई कहानियां आए दिन सामने आती रहती हैं।

ताजा मामला जिला जालौन के उरई से जुड़ा हैं। यहां पीडब्ल्यूडी विभाग के एक्सईएन, जेई और एई पर निलंबन की कार्रवाई की गई है। आरोपितों सांठगांठ कर सड़क निर्माण के नाम पर सरकारी पैसे का गबन किया है। इस मामले को जनएक्सप्रेस ने जोर-शोर से उठाया था।

अधिक लंबाई दिखाई वूसला अधिक पैसा

निलंबित किए गए लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता अमित सक्सेना, सहायक अभियंता क्षितिज विवेक एवं अवर अभियंता सुनील आनंद पर आरोप है कि तीनों ने सड़क निर्माण के लिए चयनित सड़कों की लंबाई को अधिक दिखाया और सरकारी को लाखों रुपए की चपत लगाई। इतना ही सड़क माप के साथ ही सड़क निर्माण में भी घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया।

कइयों पर कार्रवाई की लटकी तलवार

पीडब्ल्यूडी के उच्चाधिकारियों की मानें तो सड़क निर्माण की गई धांधली को लेकर अभी और भी कर्मचारियों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है। लोगों का कहना है कि अगर प्रांतीय खंड के द्वारा कराए गए अन्य कार्यों की जांच की जाए तो बड़ा मामला उजागर हो सकता है। फिलहाल कार्रवाई होने से विभाग में खलबली मची है।

शासन की जांच में सच आया सामने

लोक निर्माण विभाग के प्रांतीय खंड ने जिले में कई सड़कों का निर्माण कराया है। जब शासन ने लोक निर्माण विभाग के कराए कार्यों की जांच कराई तो धांधली का सच सामने आया। बीते माह 10 नवंबर को एसएलसी टीम के मुख्य प्रभारी मुख्य अभियंता कानपुर रवि कुमार दत्ता ने सामान्य मरम्मत के साथ नवीनीकरण भेप्ता संपर्क मार्ग का निरीक्षण किया। उसमें पाया कि स्वीकृत लंबाई 3.850 किलोमीटर थी जबकि जांच में तीन किलोमीटर निकली। इसी तरह परेछा संपर्क मार्ग की लंबाई 3.350 किलोमीटर थी जबकि जांच में कम निकली। जांच टीम को दोनों मार्गों में.900 किलोमीटर लंबाई की धांधली मिली।

नमूने जांच में फेल होने के बाद कार्रवाई

जांच दल ने ब उरई से एट बंगरा भीखेपुर, उरई से मोहाना, परेछा संपर्क मार्ग व भेंप्ता मार्ग सहित चार मार्गों के नमूने लिए थे। टीम ने सड़कों की खराब स्थिति को देखकर अधिकारियों को फटकार भी लगाई थी। टीम ने जब नमूने लैब में भेजे तो चार सड़कों के नमूने फेल हो गए थे। जिसके बाद शासन ने निलंबन की कार्रवाई की है।

ये भी पढ़े:-

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button