कबीर दास की जयंती पर संतों ने दी श्रद्धांजलि
ऋषिकेश । कबीर दास की जयंती के अवसर पर संतों ने कबीर की मूर्ति पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
लक्ष्मण झूला मार्ग पर स्थित कबीर चौरा आश्रम के संस्थापक ब्रह्मलीन महंत प्रदीप दास के शिष्य महंत कपिल मुनि की अध्यक्षता में आयोजित कबीर साहिब के प्रकाश उत्सव के दौरान संतों ने कहा कि संत मिलन को जाइए तज माया अभिमान जो जो पग आगे धरे कोटि यज्ञ समान, का अनुपालन करते हुए कबीर दास के लिखे गए दोहों से सभी कबीर पंथियों को समाज के सभी वर्गों से मिलकर चलने का मार्ग प्रशस्त किया है।
इस दौरान गुजरात से पहुंचे स्वामी कमलेशानंद, महंत गोपाल गिरी,मंहत शुभम गिरी, राजेंद्र दास, मनोज, गुरु दयाल दास ने कबीर के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने सादा जीवन जीकर समाज का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि कबीर वाणी भिजत बर्षा, बरसत कंबल यह है, उनकी प्रमुख वाणी रही है। इनका अवतार एक गरीब जुलाहे के घर में हुआ था और उन्होंने अपने गुरु के रूप में स्वामी रामानंद को चुना था, जिनके मार्गदर्शन में ही उन्होंने समाज को दिशा देने का कार्य किया। मीठी वाणी में ही सर्व समाज का कल्याण भी निहित है।