नारी कारागार में संपन्न हुआ संत रामपाल महाराज का सत्संग
जन एक्सप्रेस/संवाददाता
लखनऊ। शहर में स्थित महिला जेल नारी बन्दी निकेतन में जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल महाराज का सत्संग हुआ। संत जी सत्संग में बताते हैं कि यह जीव जगत में सुख-दुख के थपेड़े क्यों खा रहा है। सारा जीवन परिवर के पोषण में मनुष्य लगा देता है और अंत में सब बारी-बारी से बिछड़ जाते हैं। यहाँ न अपना मकान रहता है, न परिवार रहता है न पत्नी रह जाती है न ही पुत्र-पुत्री ही। सबको यहां अंत में मृत्यु आकर कर्मों के अनुसार स्वर्ग-नर्क भेजने के लिए ले जाती है। फिर भी हम इन्ही सब में जीवन भर चिपके रहते हैं।
हमारी बुद्धि यह मानने के लिए तैयार नहीं होती कि यह सब झूठा है। हमें यह संसार असत्य नहीं दिखायी देता। उक्त जानकारी देते हुए मंडल कॉर्डिनेटर राम नारायण भगत ने आगे कहा कि माया से ढके इस संसार की सत्यता को बताने उसकी पूरी जानकारी अर्थात सच्चे ज्ञान को बताने के लिए संत रामपाल जी महाराज ने लगभग दो सौ लोगों को अपना अमृतमय सत्संग सुनाया। सत्संग सुनकर सात लोगों ने नाम दीक्षा प्राप्त की। नाम दीक्षा में बतायी गयी भक्ति विधि से वे अपना कल्याण करा सकेंगे।
मण्डल कोआर्डिनेटर राम नारायण ने बताया कि इस अवसर पर जेल के अधीक्षक सहित अन्य अधिकारियों ने भी इस सत्संग का लाभ उठाया। सत्संग समाप्त होने के बाद बंदियों ने ज्ञान गंगा पुस्तक प्राप्त की उसके पश्चात संत की ओर से चाय – बिस्किट वितरण की व्यवस्था भी की गयी।