मज़बूत अर्थव्यवस्था के लिए आर्थिक विकास की रफ्तार ज़रूरी : चिदंबरम
नयी दिल्ली। पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री तथा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चिदंबरम ने मोदी सरकार की तारीफ करते हुए कहा है कि निस्संदेह देश की अर्थव्यवस्था बढ़ रही है लेकिन तिमाही विकास दर लगातार गिर रही है और इससे साफ है कि बढ़ती अर्थव्यवस्था में रफ्तार की जो ऊष्मा और ऊर्जा होनी चाहिए थी वह नहीं है।
श्री चिदंबरम ने शनिवार को यहां इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में कहा कि अर्थव्यवस्था बढ़ने के साथ ही तिमाही विकास दर का बढ़ना जरूरी है और इस सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण देश में प्रति व्यक्ति आय में इजाफा जरूरी है जो कई देशों से बहुत कम है।
उन्होंने हर तिमाही में लगातार घट रही अर्थव्यवस्था का आंकड़ा देते हुए कहा कि वित्त वर्ष की पहली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी की वृद्धि दर 13.5 प्रतिशत थी जो दूसरी तिमाही में घटकर 6.3 प्रतिशत और तीसरी तिमाही में 4.4 प्रतिशत पर आ गयी थी। अब चौथी तिमाही में इसके 4. से 4.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने गरीबों के कल्याण की तरफ ध्यान नहीं दिया है और गरीब का उत्थान इस सरकार की नीतियों का हिस्सा नहीं है। उनका कहना था कि सरकार सिर्फ चार-पांच सौ बड़ी कंपनियों और एफडीआई पर ही फोकस किए हुए है। इससे देश की अर्थव्यवस्था की चमक तो दिखेगी लेकिन उन 70 करोड़ लोगों का क्या होगा जिन्हें कोरोना महामारी के दौरान महंगाई और बेरोजगारी का जबरदस्त सामना करना पड़ा है। महामारी के दौरान मदद नहीं मिलने से करोड़ों गरीबों को बेरोजगारी का सामना करते हुए अपने घरों को लौटने को मजबूर होना पड़ा था।