शिक्षक समाज को नई दिशा देने का कार्य करता है : परियोजना निदेशक
जन एक्सप्रेस/ संवाददाता
बाराबंकी। शनिवार को पीएल मेमोरियल सभागार बाराबंकी में जनपद स्तरीय शिक्षक संकुल कार्यशाला के तीसरे और अंतिम दिन के सत्र में विकास खण्ड – हरख,बंकी,मसौली और नगर क्षेत्र के सभी शिक्षक संकुलों ने कार्यशाला में प्रतिभाग किया। तीसरे दिन की कार्यशाला सत्र का उद्घाटन प्राचार्य जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान गनेशपुर, हिफजुर्रहमान एवं जिला समन्वयक प्रशिक्षण विनीता मिश्रा, वरिष्ठ प्रवक्ता डायट नवीन कुमार आदि द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया।
कार्यशाला के मुख्य अतिथि परियोजना निदेशक मनीष कुमार का डायट प्राचार्य और प्रवक्तागण द्वारा बुके देकर भव्य स्वागत किया गया। संकुल शिक्षकों की कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि परियोजना निदेशक मनीष कुमार ने कहा कि, शिक्षक क्या नहीं कर सकते हैं ? बस आप सबको संकल्पित होने की जरूरत है। शिक्षक का पेशा सिर्फ वेतन पाने के लिये नहीं है बल्कि वह समाज को नई दिशा देने का कार्य करते हैं कार्यशाला के अंत में परियोजना निदेशक ने सभी शिक्षकों को निपुण विद्यालय बनाने हेतु संकल्प दिलाया।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए डायट प्राचार्य ने कहा कि शिक्षक अज्ञानता रूपी अंधकार को दूर करके छात्रों के जीवन में ज्ञान का भंडार भरने का कार्य करतें हैं। अपने गुरुत्तर दायित्वों को निभाने वाले सभी शिक्षक बधाई के पात्र है। जिला समन्वयक प्रशिक्षण द्वारा वर्तमान सत्र की शैक्षणिक रणनीति,संकुल बैठकों के स्वरूप, शिक्षक संदर्शिका के उपयोग,प्रिंट रिच मैटेरियल के उपयोग,5 पॉइंट टूल किट,निपुण लक्ष्य एप,रीड अलोंग एप,दीक्षा एप एवं यू – डायस पर प्रस्तुतीकरण किया गया।
उत्कृष्ट प्रदर्शन एवं प्रतिभागियों के साथ रोचक गतिविधियों के लिए टीम की प्रशंसा भी की गयी। इस अवसर पर वरिष्ठ प्रवक्ता डायट नवीन कुमार,एवं प्रवक्तागण क्रमशः अभिसारिका वर्मा,सुकेश रंजन श्रीवास्तव,आनंद कुमार यादव, जहीर अहमद,अमित राय,जितेंद्र कुमार सोनकर,राम प्रकाश,राहुल सिंह सूर्यवंशी,श्रीमती अचला सिंह,कीर्ति अवस्थी,गीतांजलि सिंह यादव,लाल चन्द्र,महेंद्र यादव,बीईओगण क्रमशःसंजय कुमार शुक्ल,श्रीमती अर्चना, सुषमा सेंगर,जिला समन्वयक प्रशिक्षण विनीता मिश्रा एवं पुनीत श्रीवास्तव सहित एसआरजीगण क्रमशःअवधेश पांडेय,पद्मजा त्रिपाठी एवं राहुल कुमार शुक्ला सहित टेक्निकल टीम में सूर्य प्रकाश वर्मा और अजय वर्मा आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई कार्यशाला का संचालन एआरपी बंकी सुभाष चन्द्र तिवारी एवं प्रदीप कुमार श्रीवास्तव ने किया।