दिल्ली/एनसीआर

मोटे अनाजों को ‘श्री अन्न’ नाम देकर प्रधानमंत्री ने नया अर्थ और आयाम दिया

नई दिल्ली । केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने शनिवार को नई दिल्ली में वैश्विक पोषक अनाज (श्री अन्न) सम्मेलन को संबोधित किया, जहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उद्घाटन सत्र के दौरान मुख्य अतिथि थे।

नरेन्द्र सिंह तोमर ने अपने संबोधन में कहा कि अंतरराष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष (आईवाईएम)-2023 वैश्विक उत्पादन बढ़ाने, दक्ष प्रसंस्करण और बारी-बारी से फसल के बेहतर उपयोग का अवसर प्रदान करेगा और मोटे अनाजों को खाद्य बास्केट के एक प्रमुख घटक के रूप बढ़ावा देगा।

तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष (आईवाईएम) घोषित किया है। उन्होंने यह भी कहा कि कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय अन्य केंद्रीय मंत्रालयों, सभी राज्य सरकारों तथा अन्य हितधारकों के सहयोग से मोटे अनाजों के उत्पादन और उपभोग को बढ़ाने के लिए मिशन मोड में काम कर रहा है।

तोमर ने कहा कि मोटे अनाज शाकाहारी खाद्य पदार्थों की बढ़ती मांग के समय एक वैकल्पिक खाद्य प्रणाली प्रदान करते है क्योंकि यह संतुलित आहार के साथ-साथ एक सुरक्षित वातावरण में भी योगदान देता है। तोमर ने मोटे अनाजों को मानव जाति के लिए प्रकृति का उपहार बताया। उन्होंने कहा कि एशिया और अफ्रीका मोटे अनाज की फसलों के प्रमुख उत्पादन और उपभोग केंद्र हैं, विशेष रूप से भारत, नाइजर, सूडान और नाइजीरिया मोटे अनाजों के प्रमुख उत्पादक देश हैं और यह देखने की उनकी पूरी इच्छा है कि मोटे अनाजों को विश्व के हर खाने की थाली में स्थान मिले।

मोटे अनाज एशिया और अफ्रीका में उगाई जाने वाली आरम्भिक फसलें थीं, जो बाद में विश्व भर में उन्नत सभ्यताओं के लिए एक महत्वपूर्ण खाद्य स्रोत के रूप में विस्तारित हो गई।

इससे पूर्व तोमर ने कहा कि इस नए वर्ष 2023 के आरंभ में गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफ़ान अली से मुलाकात उनके लिए बहुत प्रसन्नता की बात है और उन्होंने गुयाना के लोगों की कल्याण के लिए कामना और प्रार्थना की।

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