उत्तर प्रदेशबहराइच

भरथापुर गांव के विस्थापन को लेकर तेज की गई प्रक्रिया

विगत 6 जुलाई को निरीक्षण के दौरान ग्रामीणों ने की थी जंगली जानवरों के हमले की शिकायत 

जन एक्सप्रेस/संवाददाता 

बहराइच। विगत 06 जुलाई को जिले के दुरूह व दूरस्थ ग्राम भरथापुर के निरीक्षण के लिए पहुंची जिलाधिकारी मोनिका रानी से वार्ता के दौरान ग्रामवासियों विशेषकर महिलाओं ने भरथापुर ग्राम का विस्थापन कराये जाने की फरियाद की थी। ग्रामवासियों द्वारा डीएम को बताया गया कि चारो ओर से कौड़ियाला व गेरूवा नदी से घिरे होने तथा बाघ, तेन्दुआ, हाथी, गैंडे व मगरमच्छ जैसे वन्य जीवों के प्राकृतिक आवास के बीच से होकर आने जाने के कारण ग्रामवासियों को स्वास्थ्य व शिक्षा जैसी सेवाओं के लिए भी अपनी जान को जोखिम में डालना पड़ता है। क्षेत्र के दुरूह व दुर्गम होने के कारण बच्चों की शिक्षा भी पूरी तरह से प्रभावित हो रही है। ग्राम में रोज़गार के सीमित संसाधन होने के कारण लोगों को आजीविका के लिए भी अत्यन्त संघर्ष करना पड़ता है।

उल्लेखनीय है कि जिलाधिकारी को ग्राम भरथापुर का स्वयं भ्रमण कर ग्रामवासियों की समस्याओं को नज़दीक से समझने का अवसर मिला। मोटर बोट से जाते समय स्वयं जिलाधिकारी ने अपनी आंखों से पानी में विचरण करते हुए गैंडों व गमरमच्छ को देखकर ग्रामवासियों को होने वाली दुश्वारियों का काफी करीब से अनुभव किया और ग्रामवासियों से मुलाकात कर उनकी पीड़ा को महसूस भी किया। यहीं वजह है कि भरथापुर के भ्रमण के उपरान्त जिलाधिकारी भरथापुर ग्राम के विस्थापन को लेकर पूरी तरह से संजीदा हैं और इस बात के लिए प्रयासरत हैं कि जल्द से जल्द ग्रामवासियों की दुश्वारियों का अन्त हो जाए।

भरथापुर विस्थापन को लेकर मिशन मोड में आयी जिलाधिकारी मोनिका रानी ने गुरुवार को देर शाम कलेक्ट्रेट कक्ष में जिले के अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए विस्थापन के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करते हुए प्रभागीय वनाधिकारी कतर्नियाघाट आकाशदीप बधावन को निर्देश दिया कि मिशन मोड में आकर इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ायें। डीएम ने कहा कि जहां कहीं भी आवश्यकता हो तो मेरी ओर से सम्बन्धित को पत्र भी भिजवाया जाय। डीएम ने स्पष्ट किया कि वे प्रत्येक पखवाड़े इस प्रोजेक्ट की समीक्षा करेंगी।

इस अवसर सीडीओ कविता मीना, नवांगतुक एडीएम मनोज कुमार सागर, सीएमओ डॉ एस.के. सिंह, एसडीएम मोतीपुर संजय कुमार, डीसी मनरेगा के.डी. गोस्वामी, डीपीआरओ राघवेन्द्र द्विवेदी, डीएसओ नरेन्द्र तिवारी सहित अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button