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आसान नहीं स्कूल की डगर सड़क के जर्जर होने से बच्चे नहीं जा पा रहे स्कूल

जर्जर कीचड़ से सनी जल भराव सड़क से गुजरने को मजबूर छात्र खंजड मार्ग पर आवागमन करते नन्हे मुन्ने बच्चों ने बयां किया दर्द

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जन एक्सप्रेस/राजेश पाल

बाजार शुक्ल/अमेठी। जनपद के आखिरी छोर पर स्थित विकासखंड बीबीपीआई में शुमार होता है।जहां कागजों पर विकास की गंगा बहती देखी जाती है। वही नन्हे नन्हे बच्चों के लिए विद्यालय आवागमन करने वाले मार्ग की दरकार देखी जा रही है। जर्जर, कीचड़ से सनी जल भराव वाली सड़क पार कर छात्र शिक्षा ग्रहण करने स्कूल जाने को मजबूर है।इस दौरान बच्चों के ड्रेस भी गंदे हो जाते है। ग्रामीण अधिकरियों और जन प्रतिनिधि विधायकों से कई बार गुहार लगा चुके है। लेकिन इनकी समस्या सुनने कोई तैयार नहीं है। जिससे लाचार होकर बच्चे अपने इस दर्द मीडिया के माध्यम से सरकार को हकीकत से रूबरू कराने की कोशिश की है।एक ओर जहां सरकार विकास का गुणगान करती है।तो वहीं दूसरी तरफ विकास के दावों की पोल खोलती तस्वीरे सामने आती देखी जा रही है। बानगी के तौर पर सेंट जान इंटर कॉलेज कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय कृष्ण चंद्र रामचंद्र इंटर कॉलेज क्षेत्र के आदि विद्यालयों के मार्ग जर्जर देखे जा रहे है। सड़के बदहाल व जर्जर देखी जा रही हैं। बड़े-बड़े गड्ढे होने के चलते बरसात का पानी सड़कों से बाहर नहीं निकल पाता है। जिस कारण जनमानस व विद्यालय जाने वाले नन्हे मुन्ने बच्चों को सड़क भरे पानी से चलने को मजबूर होना पड़ता हैं।

जिम्मेदारों के ध्यान न देने से उपज रहे हालात

स्थानीय लोगों व छात्रों के अभिभावकों से बात साझा की गई बताया जनप्रतिनिधि व विभाग के जिम्मेदारों द्वारा ध्यान न दिए जाने से हालत उपजते देखे जा रहे हैं। अवगत कराने के बावजूद हालात जस के तस देखे जा रहे हैं।सबसे ज्यादा परेशान स्कूली बच्चे हो रहे हैं। उन्हें जलभराव के बीच से ही होकर स्कूल जाना पड़ता है। स्कूल जाते समय उनके कपड़े खराब हो जाते हैं। कीचड़ लगने के कारण कभी-कभी वो स्कूल से बिना पढ़े ही वापस आ जाते हैं। क्षेत्र वासियों ने उच्च अधिकारियों से निरीक्षण कर आने जाने वाले नन्हे मुन्ने बच्चों के विद्यालय मार्ग सही कराने की मांग की है जिससे आवागमन सुगम हो सके।

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