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तेज धमाके के बाद टायर पंचर की दुकान में घुसी कार,दो मासूम समेत तीन की मौत

रिश्तेदारी में आयोजित शादी समारोह में शामिल होने जा रहा था परिवार

जन एक्सप्रेस पिलीभीत (पूरनपुर):हाईवे पर अनियंत्रित हुए ट्रैक्टर-ट्राली की सामने से आ रही कार से जोरदार भिड़ंत हो गई।तेज धमाके की आवाज के बाद कार उल्टी दिशा में घूमकर टायर पंचर कि दुकान में घुस गई।कार सवार एक युवक की घटनास्थल पर दर्दनाक मृत्यु हो गई जबकि दो मासूम भाई बहन ने जिला अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड दिया।कार सवार छह लोग घायल हैं,जिनका बरेली और जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है।पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। स्वजनों के अनुसार अन्य घायलों की हालत चिंताजनक बनी हुई है। पुलिस ने ट्रैक्टर ट्राली को कब्जे में लिया है।चालक मौके से फरार हो गया।माधोटांडा थाना क्षेत्र के गांव रम्पुरा फकीरे निवासी तेजू सिंह की घुंघचाई थाना क्षेत्र के गांव मोहब्बतपुर में रिश्तेदारी है। गरुवार उनके रिश्तेदार सूबे सिंह की बेटी की शादी थी।तेजू सिंह एक फार्मर की कार मांग कर लाया था। गुरुवार देर रात तेजू सिंह अपनी पत्नी शकुंतला देवी बेटे ऋषभ (7),बेटी सुनहरी देवी (10), भाभी सोनी देवी पत्नी कृपाल सिंह,पंकज (14) पुत्र कृपाल सिंह,अंकित (7) पुत्र कृपाल सिंह, अनिकेत (7) पुत्र पिंटू,चाचा बहादुर को लेकर कार से शादी में जा रहा था। पूरनपुर बायां मैगलगंज नेशनल हाईवे पर घाटमपुर के पास अचानक चालक ने ट्रैक्टर-ट्रॉली को हाईवे पर चढ़ा दिया।चालक कार को नियंत्रित करता जब तक कार ट्रैक्टर में घुस गई। भिड़ंत के बाद कार उल्टी दिशा में घूमकर हाईवे के किनारे सादाब की टायर पंचर की दुकान में घुस गई। तेज धमाके की आवाज के साथ कार के परखच्चे उड़ गए।ट्रैक्टर चालक और उस पर सवार मजदूर मौके से फरार हो गए।कार में सवार मासूम लहूलुहान हालत में हाईवे पर छिटक गए।चंद मिनट में चीख पुकार मच गई।कार सवार बहादुर की घटनास्थल पर दर्दनाक मृत्यु हो गई।हादसे के बाद मौके पर जुटे ग्रामीणों ने कार में फंसे लोगों को बमुश्किल बाहर निकाला।सूचना पर इंस्पेक्टर नरेश कुमार त्यागी पुलिस टीम के साथ मौके पर पंहुच गए।पुलिस ने एंबुलेंस की मदद से घायलों को सीएचसी में भर्ती कराया।हालत गंभीर होने पर चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद छह लोगों को हायर सेंटर रेफर कर दिया।जिला अस्पताल में ऋषभ (7) पुत्र तेजू सिंह सुनहरी देवी (10) पुत्री तेजू सिंह की उपचार के दौरान मृत्यु हो गई। चिकित्सकों ने गंभीर घायल पंकज (14) पुत्र कृपाल सिंह को बरेली रेफर कर दिया।अन्य घायलों का जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है।स्वजनों के अनुसार सभी की हालत चिंताजनक बनी हुई है।पुलिस ने देर रात तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।शुक्रवार पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजनों के सुपुर्द कर दिए। बहादुर और उसके पौत्र,पौत्री का शव घर पंहुचते ही चीत्कार मच गया।एक परिवार के तीन लोगों की मृत्यु से गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है।

चालक की लापरवाही,अस्पताल तक चीख-पुकार

ट्रैक्टर चालक की लापरवाही ने एक ही परिवार के भाई और बहन सहित तीन लोगों की जिंदगियां निगल ली।हादसे की भयानकता गुरुवार रात मैगलगंज नेशनल हाईवे पर चंहुओर थी।चीख पुकार और अपनों के लिए विलाप करती वेदनाएं मानो आसमान चीरने को आतुर दिख रही थी। हादसे में भाग्यवश बच गए मासूमों ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।घायल मां सिसकियों के साथ अस्पताल में अपने मृत मासूम को उठाने की कोशिश करती रही। दुर्घटना में कोई सड़क से दूर छिटक गया, तो कोई कार में दबकर लहूलुहान हो गया। पल भर में वहां चीख-पुकार मच गई।हादसा होते ही आस पड़ोस के लोगों के अलावा अन्य वाहनों से लोग उतरे और बचाव कार्य में जुट गए।पुलिस ने घायलों को उठाकर अस्पताल भेजना शुरू किया। खौफनाक मंजर देख लोगों का कलेजा कांप गया।सड़क खून से लाल हो गई।महिलाएं व बच्चे सभी चीख रहे थे। हादसे के बाद खून से लथपथ महिलाओं की जुबान से एक ही बात निकल रही थी बेटे को बचा लो, घायल महिलाएं बदहवासी में अपने बच्चों छटपटा रही थी। घायल बच्चों को जल्द इलाज करने की गुहार लगा रही थी। हालांकि पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई,लेकिन एंबुलेंस आधा घंटे देर से पंहुची। वीभत्स मंजर देख वहां से निकल रहे लोग घबरा गए।राहगीर भी घायलों की मदद में जुट गए। घायल को अस्पताल में ले जाया गया।जहां से गंभीर घायलों को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया।

सीएचसी में घायलों के उपचार में लापरवाही पर हंगामा

हादसे से के बाद सीएचसी पहुंचे घायलों को आधा घंटे तक उपचार नहीं मिला। किसी भी बेड पर ऑक्सीजन नहीं थी।घायल इलाज की गुहार लगा रहे थे। वार्ड बॉय भी नदारद थे।चिकित्सक के साथ मौजूद एक प्राइवेट कर्मचारी उपचार में जुटा रहा। उपचार में लापरवाही से गुस्साएं स्वजनों ने जमकर हंगामा किया।कोई स्वजन स्वयं बोतल पकड़े था तो स्ट्रैचर खींच रहा था।बस आस थी की कैसे भी जान बच जाए। सिस्टम की लापरवाही से घायल मासूम को ऑक्सीजन नसीब नहीं हो सकी। दो मासूमों ने तड़प तड़प कर दम तोड़ दिया।एंबुलेंस चालक भी मनमानी पर उतारू रहे। चालक की लापरवाही से गुस्साए पुलिसकर्मी की नोंकझोंक हुई‌। रात्रि में ही मामले की शिकायत मुख्य चिकित्साधिकारी आलोक शर्मा और जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह से की गई। स्वजनों का आरोप था कि अगर घायल मासूमों को सही उपचार मिल जाता तो शायद वह बच जाते।

एआरटीओ ने घटनास्थल पर पंहुचकर की जांच

ट्रैक्टर ट्राली से कार की भिड़ंत में तीन लोगों की मृत्यु के बाद शुक्रवार सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी वीरेंद्र सिंह ने घटनास्थल पर पंहुचकर जांच की।आस पड़ोस के लोगों से हादसे की जानकारी जुटाई।अन्य वाहनों की भी चेकिंग की। एआरटीओ वीरेंद्र सिंह ने बताया कि हादसे की जांच रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी।

एमओआईसी की लगाई फटकार,वार्ड बॉय का काटा वेतन

हादसे के बाद उपचार के लिए सीएचसी पंहुचे घायलों के उपचार में लापरवाही की शिकायत पर शुक्रवार सीएमओ ने सीएचसी का निरीक्षण कर जानकारी जुटाई। उन्होंने मौके की गंभीरता को समझते हुए इमरजेंसी वार्ड के सभी बेडों पर तत्काल ऑक्सीजन सिलेंडर लगवाने के निर्देश दिए।
साथ ही, रात की ड्यूटी में तैनात लापरवाह वार्ड बॉय का वेतन काटने का आदेश जारी किया।उन्होंने प्रभारी चिकित्सा अधिकारी और अन्य स्टाफ को भी कड़ी फटकार लगाई और कहा कि ऐसी लापरवाही दोबारा बर्दाश्त नहीं की जाएगी।सड़क हादसे में एक ग्रामीण की घटनास्थल पर मृत्यु हो गई थी।दो बच्चों की जिला अस्पताल में उपचार के दौरान मृत्यु हुई है। ट्रैक्टर ट्राली को कब्जे लिया गया है।स्वजनों की ओर से तहरीर न मिलने के कारण अभी प्राथमिकी दर्ज नहीं हो सकी।

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