
जन एक्सप्रेस/ऋषिकेश(उत्तराखंड) : रविवार को वीकेंड और ग्रीष्मकालीन अवकाश का संयोग सैलानियों के लिए भारी पड़ गया। ऋषिकेश-हरिद्वार और ऋषिकेश-देहरादून मार्गों पर पर्यटक वाहनों की भारी आवाजाही के कारण ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई। नतीजतन, ऋषिकेश की ओर जाने वाले मुख्य मार्गों पर सात किलोमीटर तक लंबा जाम लग गया, जिसमें वाहन घंटों तक रेंगते रहे।
प्लान बी भी नहीं बना राहत का रास्ता
जाम की भयावह स्थिति को देखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने प्लान बी लागू करते हुए वाहनों को नेपाली फार्म से छिद्दरवाला, भणियावाला, रानीपोखरी, डांडी और इंद्रमणी बडोनी चौक होते हुए ऋषिकेश डायवर्ट किया। लेकिन वैकल्पिक मार्ग पर भी वाहनों की लंबी कतारें लग गईं।
सात मोड़ से पहले काली माता मंदिर तक लंबी कतारें
इंद्रमणी बडोनी चौक से देहरादून मार्ग पर सात मोड़ से पहले काली माता मंदिर तक वाहनों की रफ्तार थम गई। वाहन रेंग-रेंग कर आगे बढ़ते रहे, जिससे लोगों को भीषण गर्मी और धूल-धुएं के बीच लंबा इंतजार करना पड़ा।
भद्रकाली तक ठहरी रही ट्रैफिक की रफ्तार
इंद्रमणी बडोनी चौक से भद्रकाली की ओर भी यातायात पूरी तरह जाम रहा। दोनों ओर से आने-जाने वाले वाहन एक ही मार्ग पर दबाव बना रहे थे, जिससे व्यवस्था चरमरा गई।
ऋषिकेश पहुंचने में लगा डेढ़ से दो घंटे का समय
सामान्यतः 30-40 मिनट में तय होने वाली नेपाली फार्म से ऋषिकेश की दूरी को लोगों ने डेढ़ से दो घंटे में पार किया। स्थानीय लोग और पर्यटक दोनों ही इस स्थिति से बेहद परेशान नजर आए।
स्थानीय निवासियों की दिनचर्या भी प्रभावित
ट्रैफिक जाम के कारण सिर्फ पर्यटक ही नहीं, बल्कि स्थानीय निवासियों की आवाजाही भी बाधित रही। अस्पताल, स्टेशन, बाजार जैसे जरूरी स्थलों तक पहुंचना मुश्किल हो गया।






