मैडिकल संचालक के फर्जी इलाज से हुई दो साल की मासूम की मौत
स्वास्थ्य विभाग की टीम के मौके पर पहुंचने की भनक मिलते ही संचालक ताला डालकर हुआ फरार

जन एक्सप्रेस/हमीरपुर: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर के कुरारा में मैडिकल संचालक के फर्जी इलाज से दो साल की मासूम की हुई मौत। गौरतलब है कि कुरारा में स्थित लकी मेडिकल स्टोर को स्वास्थ्य विभाग ने लाईसेंस तो दवा बेचने का दिया है, जबकि मेडिकल संचालक ने दवा बेचने की आड़ में लोगों का अवैध तरीके से इलाज कर मोटी रकम एठने के साथ ही उन्हें मौत के मुंह में ढकेलना शुरू कर दिया है। अब चूंकि संचालक के पास एमबीबीएस की डिग्री तो है नहीं, इसलिये संचालक के फर्जी डाक्टरी इलाज से लोगों की मौत होना तो तय है। और हुआ भी एसा ही, संचालक के फर्जी और अवैध तरीके से मरीजों का डाक्टरी इलाज करने के दौरान गलत इंजक्शन लगाने से एक पीड़ित पिता की दो साल की मासूम बेटी की हालत बिगड़ गई। जिसके बाद पीड़ित पिता उसे बेहतर इलाज के लिये जिला अस्पताल लेकर भागे, लेकिन जिला अस्पताल के चिकित्सक काफी कोशिश के बावजूद उस मासूम को बचा नहीं सके और उसकी मौत हो गई। गौरतलब है कि कुरारा के कुतुबपुर गांव निवासी विनय ने एक वीडियो जारी कर बताया था, कि उनकी दो साल की बेटी को खूनी पेचिश की शिकायत थी। जिसके बाद वो बेटी को लेकर पेचिश की दवा लेने कुरारा कस्बे के लकी मेडिकल स्टोर पहुंचे, जहाँ पर मैडिकल के संचालक ने बेटी को जल्दी ठीक करने को कहकर बिना सोचे समझे इंजक्शन ठोक दिया, जिसके बाद बेटी की हालत ज्यादा खराब हो गई। वही उसे बेहतर इलाज के लिये जिला अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उसकी मौत हो गई थी। वही इस मामले को गम्भीरता से लेते हुये स्वास्थ्य विभाग की तरफ से नोडल अधिकारी चतुर्भुज राजपूत, बीसी राजपूत, सीएचसी अधीक्षक सुनील कुमार जायसवाल कुरारा के लकी मेडिकल स्टोर मामले की जांच करने के लिये पहुंचे, जबकि जांच टीम की भनक लगते ही मैडिकल संचालक मैडिकल स्टोर में ताला मारकर भाग निकला। वही टीम जब मैडिकल स्टोर पहुंची तो उसे वहाँ ताला लटका मिला, जिसके बाद टीम ने मैडिकल स्टोर के मकान मालिक को नोटिस थमा कर संचालक को एक हफ्ते में जवाब देने को कहा गया है। साथ ही कहा है कि अगर मेडिकल संचालक ने वख्त पर नोटिस का जवाब न दिया, तो उसके खिलाफ कार्यवाही होना तय है।






