यूपीएलडीवी के सीईओ ने गवाहों को धमकाया
सीईओ डॉ. नीरज ग्रुप्ता ने 10 दिसंबर को पत्र जारी कर प्रदेशभर के गवाहों को दी चेतावनी
जनएक्सप्रेस/राज्य मुख्यालय। उत्तर प्रदेश लाइवस्टॉक डेवलपमेंट बोर्ड (यूपीएलडीवी) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) डॉ. नीरज गुप्ता ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाने वाले आउटसोर्स कर्मियों को पत्र जारी कर चेताया है। साथ ही तीन दिन के अंदर माफी नहीं मांगने की स्थिति में मानदेय बाधित करने की धमकी दी है।
आउटसोर्स कर्मियों ने प्रमुख सचिव से की थी शिकायत
यूपीएलडीवी में कार्यरत आउसटसोर्स कर्मियों ने यूपीएलडीवी के सीईओ की शिकायत प्रमुख सचिव पशुधन के. रविंद्र नायक से करते हुए सीईओ को हटाए जाने की मांग की थी, लेकिन प्रमुख सचिव ने उलटे सीईओ को सेवा विस्तार दे दिया।
छवि धूमिल करने का लगाया आरोप
सीईओ डॉ. नीरज गुप्ता की ओर से 10 दिसंबर 2024 को जारी पत्र में कहा गया है कि लगाए गए आरोपों से मुख्य कार्यकारी अधिकारी (यानि वे स्वयं) की कर्मठ, जुझारू और ईमानदार छवि को धूमिल करने का प्रयास किया गया है। इन आरोपों से उच्चाधिकारी को घोर मानसिक पीड़ा और ठेस पहुंची है। प्रदेश के सभी आउटसोर्स कर्मियों से लौटती डाक से माफीनामा मांगने को कहा गया। साथ ही 10 दिसंबर की दोपहर बाद जूम पर हुई मीटिंग में भी आरोपों पर जवाब मांगा गया, लेकिन आउससोर्स कर्मियों के चुप रहने पर उन्हें तीन दिन में जवाब देने के लिए कहा गया।
कार्रवाई में मुख्य सचिव की सहमति
29 नवंबर 2024 को छह माह के लिए सेवा विस्तार मिलने के साथ ही सीईओ डॉ. नीरज गुप्ता भ्रष्टाचार की शिकायत करने वालों को किनारे करने में लग गए हैं। जैसे ही 10 दिसंबर को वेटेनरी डॉक्टर्स वेलफेयर सोसायटी के सदस्यों की ओेर से भ्रष्टाचार और सरकारी पैसों के गबन के आरोप में हजरत गंज थाने में शिकायत की भनक लगते ही आनन-फानन में आउटसोर्स कर्मियों को पत्र जारी कर लगाए गए आरोपों पर माफीनामा मांगने को कहा। माफी नहीं मांगने की स्थिति में मानदेय रोकने की चेतावनी दी।
आउससोर्स कर्मियों को चेतावनी पत्र जारी करने का अधिकार नहीं
मुख्य कार्यकारी अधिकारी शायद यह भूल गए हैं कि आउससोर्ट कर्मी किसी निजी संस्था के अंतर्गत कर्मचारी होते हैं और उन्हें चेतावनी देने का अधिकार संबंधित कंपनी के दायरे में आता है। मुख्य सचिव के निर्देश पर सीईओ संबंधित कंपनी से आउटसोर्स कर्मी की शिकायत कर सकते हैँ, लेकिन डायरेक्ट आउटसोर्स कर्मी को पत्र जारी कर माफी नामा मांगना गलत है।
प्रदेश के इन कम्प्यूटर ऑपरेटरों को भेजा नोटिस
अजीत सिंह, महोबा, सुभाष कुमार, बलरामपुर, सुरजीत सिंह, जालौन, लवकुश कुमार, चित्रकूट, आकाश त्रिपाठी, हमीरपुर, संतोष मिश्रा, श्रावस्ती, पवन कुमार प्रजापति, जौनपुर, सौरभ सिंह, बहराइच