
जन एक्सप्रेस, हरिद्वार। बीएचईएल आरटीजन भर्ती परीक्षा में गंभीर अनियमितताओं के आरोप लगाते हुए अभ्यर्थियों ने रविवार को भेल गेट पर प्रदर्शन किया। 90 मिनट की निर्धारित परीक्षा के बाद कुछ परीक्षार्थियों को 15 मिनट के लिए दोबारा लॉगिन कराए जाने की सूचना ने परीक्षा की पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। 515 पदों के लिए 8 अक्टूबर को आयोजित की गई परीक्षा में देशभर से अभ्यर्थी शामिल हुए थे, जिनमें उत्तराखंड के तीन परीक्षा केंद्र भी शामिल थे। अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि परीक्षा समाप्ति के बाद सभी से प्रवेश पत्र ले लिए गए, लेकिन कुछ अभ्यर्थियों को दोबारा लॉगिन कराकर 15 मिनट का अतिरिक्त समय दिया गया, जो साफ तौर पर भेदभाव और अनियमितता को दर्शाता है। अभ्यर्थी फैज़ मोहम्मद, रूपेश कुमार और अमित ने कहा कि परीक्षा के बाद चुनिंदा परीक्षार्थियों को ही एडमिट कार्ड लेकर दोबारा सिस्टम पर बैठाया गया, जबकि अन्य को यह अवसर नहीं मिला। यह पूरी प्रक्रिया प्रशासन की नाकामी और भविष्य के उम्मीदवारों के साथ अन्याय है।प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने नारेबाजी करते हुए पूछा, “90 मिनट के बाद 15 मिनट क्यों? जवाब दो बीएचईएल!”उन्होंने परीक्षा को निरस्त कर निष्पक्ष तरीके से पुनः आयोजित करने की मांग की और चेतावनी दी कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई तो वे राज्यव्यापी आंदोलन शुरू करेंगे।यूकेएसएसएससी पेपर लीक के बाद यह मामला उत्तराखंड की भर्ती परीक्षाओं की साख पर एक और सवालिया निशान बनकर उभरा है। अभ्यर्थियों का कहना है कि हर परीक्षा में अनियमितता से युवाओं का मनोबल टूट रहा है, और अगर समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो “भविष्य के साथ धोखा” साबित होगा।






