विद्यार्थियों ने दिखाई लेखनी की प्रतिभा, विद्या कलश विद्यालय में अंग्रेजी लेखन प्रतियोगिता संपन्न

जन एक्सप्रेस/अमेठी: विद्या कलश विद्यालय के प्रांगण में उत्साह का माहौल था। छात्र-छात्राएं अपनी कॉपियों और पेन के साथ तैयार बैठे थे, मानो उनके भीतर शब्दों की एक पूरी दुनिया आकार लेने को बेताब थी। यह मौका था अंग्रेजी लेखन प्रतियोगिता का, जो विद्यालय के अंग्रेजी शिक्षक श्री अखिलेश सिंह जी के मार्गदर्शन में आयोजित की गई।
नियमित पठन और लेखन का अभ्यास बेहद जरूरी
विद्यालय में इस प्रकार की प्रतियोगिता का आयोजन पहली बार नहीं हुआ था, लेकिन हर बार की तरह इस बार भी विद्यार्थियों का जोश देखने लायक था। प्रतियोगिता में विद्यार्थियों को निबंध लेखन, पत्र लेखन, कहानी लेखन और अनुवाद जैसे विभिन्न विषय दिए गए, जिन पर उन्होंने अपनी लेखनी चलाई।जैसे ही प्रतियोगिता शुरू हुई, विद्यार्थियों ने अपनी कल्पना को पंख दे दिए। कुछ ने समाज के गंभीर मुद्दों पर विचार प्रकट किए, तो कुछ ने अपनी कहानियों में कल्पना की उड़ान भरी। एक छात्रा ने ‘सपनों की उड़ान’ विषय पर इतनी सुंदर कहानी लिखी कि पढ़ने वाले मंत्रमुग्ध हो गए। वहीं, एक अन्य छात्र ने ‘पर्यावरण संरक्षण’ पर प्रभावशाली निबंध लिखकर सबको सोचने पर मजबूर कर दिया।प्रतियोगिता के अंत में विद्यालय के शैक्षिक प्रमुख, पीजीटी गणित एवं टीजीटी अंग्रेजी ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया। विजेताओं को पुरस्कार स्वरूप प्रमाण पत्र और प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। पुरस्कार प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के चेहरों पर आत्मविश्वास झलक रहा था, मानो यह सम्मान उनकी मेहनत और लगन का प्रमाण हो।इस अवसर पर विद्यालय के शैक्षिक प्रमुख ने कहा, “अंग्रेजी लेखन न केवल एक भाषा कौशल है, बल्कि यह विचारों को अभिव्यक्त करने और भविष्य में करियर की दिशा तय करने का महत्वपूर्ण माध्यम भी है।” उन्होंने सभी विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि भाषा पर पकड़ मजबूत करने के लिए नियमित पठन और लेखन का अभ्यास बेहद जरूरी है।
विद्यार्थियों में आत्मविश्वास का भी किया विकास
अगले वर्ष और बड़े स्तर पर होगा आयोजन lविद्यालय प्रशासन ने इस आयोजन को बड़ी सफलता बताया और घोषणा की कि अगले वर्ष यह प्रतियोगिता और बड़े स्तर पर आयोजित की जाएगी, जिसमें विभिन्न विद्यालयों के छात्र भी भाग ले सकेंगे।विद्यालय के अंग्रेजी शिक्षक श्री अखिलेश सिंह जी ने कहा, “शब्दों में बड़ी ताकत होती है। जब विद्यार्थी लिखते हैं, तो वे केवल भाषा नहीं सीखते, बल्कि अपनी सोच, तर्कशक्ति और अभिव्यक्ति को भी निखारते हैं।” उन्होंने सभी विद्यार्थियों को निरंतर लेखन का अभ्यास करने की सलाह दी और बताया कि अच्छे लेखक बनने के लिए पढ़ने की आदत विकसित करना आवश्यक है।इस आयोजन ने यह साबित कर दिया कि विद्यार्थियों में छिपी हुई प्रतिभा को सही दिशा मिले तो वे बड़े से बड़ा मुकाम हासिल कर सकते हैं। इस प्रतियोगिता ने केवल अंग्रेजी लेखन कौशल को बढ़ावा नहीं दिया, बल्कि विद्यार्थियों में आत्मविश्वास और रचनात्मकता का भी विकास किया।






