उत्तराखंडचमोली

कार्यशाला का शुभारंभ, शिक्षकों को मिल रही 21वीं सदी के कौशलों की ट्रेनिंग

तीन दिवसीय अभिमुखीकरण कार्यशाला की डायट गौचर में हुई शुरुआत डॉ. आकाश सारस्वत ने दीप प्रज्वलित कर किया उद्घाटन

जन एक्सप्रेस गौचर (चमोली):जिला प्रशिक्षण संस्थान (डायट) गौचर में कक्षा 10 के “कौशलम” पाठ्यक्रम पर आधारित तीन दिवसीय अभिमुखीकरण कार्यशाला का शुभारंभ सोमवार को हुआ। कार्यशाला का उद्घाटन डायट प्राचार्य डॉ. आकाश सारस्वत ने दीप प्रज्वलन कर किया। इस अवसर पर जिले के सभी माध्यमिक विद्यालयों से एक-एक शिक्षक प्रतिभाग के रूप में सम्मिलित हुए।उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए डॉ. सारस्वत ने कहा कि “कौशलम पाठ्यक्रम” 21वीं सदी की शैक्षिक आवश्यकताओं के अनुरूप तैयार किया गया है, जो छात्रों में उनकी छिपी हुई प्रतिभाओं को पहचानने और उन्हें व्यवहारिक जीवन से जोड़ने का अवसर देता है। उन्होंने विशेष रूप से यह भी रेखांकित किया कि “हमारे पर्वतीय क्षेत्रों में रोजगार की अनेक संभावनाएँ मौजूद हैं, जिन्हें सही मार्गदर्शन और प्रशिक्षण से छात्रों के उज्ज्वल भविष्य में बदला जा सकता है।”यह कार्यशाला राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (SCERT) तथा उद्यम लर्निंग फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित की जा रही है। फाउंडेशन के जिला समन्वयक तेजेन्द्र रावत ने बताया कि इस प्रशिक्षण का उद्देश्य छात्रों में उद्यमशील मानसिकता (Entrepreneurial Mindset) और जीवन एवं कार्य से जुड़े व्यावहारिक कौशल विकसित करना है, जिससे वे भविष्य की चुनौतियों का आत्मविश्वास के साथ सामना कर सकें।कार्यशाला के प्रथम दिवस में डायट समन्वयक सुबोध डिमरी और कमलेश मिश्रा ने प्रतिभागी शिक्षकों को पाठ्यक्रम की रूपरेखा, उद्देश्य और शिक्षण-अधिगम प्रक्रियाओं के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।आगामी दो दिनों में शिक्षकों को गतिविधियों, समूह चर्चाओं और प्रायोगिक सत्रों के माध्यम से पाठ्यक्रम की गहराई से समझ विकसित करने का अवसर मिलेगा, ताकि वे विद्यालयों में इस नवाचारपूर्ण पाठ्यक्रम को प्रभावी ढंग से लागू कर सकें।

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