त्रिवेणी घाट पर किए जा रहे सौंदर्यीकरण कार्य के दौरान मूर्तियों को तोड़ा

ऋषिकेश । जी-20 के तहत ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट पर माह के अंतिम सप्ताह में गंगा आरती का आयोजन होना है। ऐसे में विदेशी मेहमानों के स्वागत में विशेष आरती को देखते हुए त्रिवेणी घाट पर सौंदर्यीकरण कार्य किए जा रहे हैं। इस दौरान प्रशासन ने सौंदर्यीकरण कार्य के चलते कुछ मूर्तियों को भी तोड़ा है। गुरुवार रात को यहां गणेश और शीतला माता की मूर्तियों को प्रशासन ने तोड़ा है। इसके चलते संत-महतों में प्रशासन के विरुद्ध रोष उत्पन्न हो गया है।
गुरुवार आधी रात को त्रिवेणी घाट पर प्रशासन द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों के दौरान भगवान गणेश और शीतला माता की मूर्तियों को तोड़ दिया गया। इससे पूर्व बीते शनिवार को साईं बाबा के साथ गंगा, जमुना और सरस्वती की मूर्ति को प्रशासन ने हटा दिया था।
मंदिरों के संस्थापक महंत गोपाल गिरी का कहना है कि इन मूर्तियों के लिए उनके पास कोर्ट का आदेश भी है। मूर्ति हटाए जाने को लेकर संतों का एक प्रतिनिधिमंडल प्रदेश के मुख्यमंत्री से भी मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि वह शीघ्र ही प्रशासन के विरुद्ध न्यायालय का दरवाजे पर भी न्याय दिलाने और मूर्तियों को पुनर्स्थापित किए जाने के लिए जाएंगे।
उप जिलाधिकारी सौरभ असवाल ने बताया कि यह सभी निर्माण कार्य एक सप्ताह के अंदर पूर्ण कर लिए जाएंगे। इसके अंतर्गत सड़कों पर क्रॉस कर रही इलेक्ट्रिक तारों को हटा कर अंडर ग्राउंड किया जाएगा। नगर की विद्युत व्यवस्था को नियंत्रित किए जाने के लिए त्रिवेणी घाट ऑल रेलवे रोड पर विशाल ट्रांसफार्मर भी लगाए गए हैं। उन्होंने बताया कि विदेशी मेहमानों को त्रिवेणी घाट तक गौरादेवी चौक से पुराने रेलवे स्टेशन होते हुए त्रिवेणी घाट लाया जाएगा