अब एक ही परिसर में मिलेगी प्री-प्राइमरी से 12वीं तक की शिक्षा
योगी सरकार की नई पहल 39 जिले होंगे लाभान्वित

जन एक्सप्रेस/लखनऊ : उत्तर प्रदेश में स्कूली शिक्षा की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल की गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में प्रदेश के 39 जिलों में सीएम कंपोजिट स्कूलों के निर्माण का कार्य शुरू हो गया है। इस योजना के तहत अब बच्चों को प्री-प्राइमरी से लेकर इंटरमीडिएट (कक्षा 12) तक की शिक्षा एक ही परिसर में मिल सकेगी। इससे न सिर्फ बच्चों की शिक्षा का स्तर सुधरेगा, बल्कि ड्रॉपआउट की दर को भी नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।
क्या है ‘सीएम कंपोजिट स्कूल’ योजना?
यह एक एकीकृत विद्यालय परिसर योजना है, जिसके अंतर्गत एक ही स्थान पर नर्सरी से लेकर बारहवीं तक की आधुनिक सुविधाओं से लैस स्कूल तैयार किया जाएगा। इसमें स्मार्ट क्लास, डिजिटल लाइब्रेरी, लैब, खेल परिसर और कौशल विकास केंद्र जैसी सुविधाएं होंगी।
योजना के मुख्य उद्देश्य:
- एकीकृत शिक्षा प्रणाली लागू करना
- ड्रॉपआउट दर में कमी लाना
- शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार
- रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में शिक्षा का प्रसार
कहाँ-कहाँ होंगे निर्माण?
पहले चरण में 39 जिलों को चयनित किया गया है, जिनमें लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज, कानपुर, मेरठ, अयोध्या, बलिया, सीतापुर, बरेली, झांसी और सोनभद्र जैसे जिले शामिल हैं। प्रत्येक स्कूल का निर्माण क्षेत्रीय आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर किया जा रहा है।
बच्चों को क्या मिलेगा?
- एक ही स्कूल में पूरे 15 साल की शिक्षा
- तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास का समावेश
- बालिकाओं की सुरक्षा और सुविधा को प्राथमिकता
- मानसिक, शारीरिक और सामाजिक विकास के समुचित अवसर
सीएम योगी आदित्यनाथ का बयान:
“शिक्षा के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश नए युग में प्रवेश कर रहा है। सीएम कंपोजिट स्कूल हमारे बच्चों को गुणवत्तापूर्ण, समग्र और व्यावहारिक शिक्षा प्रदान करेंगे। अब बच्चों को अलग-अलग स्कूलों में जाने की जरूरत नहीं होगी।”
आगे की योजना:
प्रदेश सरकार की मंशा है कि आने वाले वर्षों में हर जिले में कम से कम एक सीएम कंपोजिट स्कूल खोला जाए। सरकार ने इसके लिए बजट भी आवंटित कर दिया है और निर्माण कार्यों की निगरानी सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा की जा रही है।






