बोलबम के जयकारों से गूंज रहे राजस्थान के शिवालय
जयपुर । भोले की भक्ति के लिए खास श्रावण माह की शुरुआत आज से हो गई है। पूरे माह में कुल पांच सोमवार रहेंगे। पहले सोमवार को शिवालयों में जलाभिषेक, रुद्राभिषेक, सहस्त्रघट के अनुष्ठान हो रहे हैं। शिवालयों में सुबह से ही बम-बम भोले की गूंज सुनाई दे रही है। शिव मंदिरों में भक्त जलाभिषेक के लिए सुबह चार बजे से ही लाइनों में लग गए। हर सोमवार को प्रमुख शिव मंदिरों में फूलों की झांकी सजेगी।गर्मी के मद्देनजर कई शिवालयाें के बाहर सड़क पर पानी का छिड़काव और छाया की व्यवस्था भी की गई है।
प्रदेश के सभी जिलाें में सावन के पहले सोमवार पर शिवालयों में जलाभिषेक के लिए सुबह से ही भक्तों की भीड़ रही। प्रदेश के प्रमुख मंदिरों में अल सुबह से ही भक्तों की लाइन लगनी शुरू हो गई। वहीं, मंदिरों पर भी प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए। जगह-जगह सीसीटीवी लगाकर लगातार मॉनिटरिंग की गई। मंदिर समिति की ओर से भी सेवादार लगाए गए।
जयपुर में परकोटे के ताड़केश्वर महादेव की सुबह मंगला आरती की गई। इसके बाद जलाभिषेक के लिए गर्भगृह के गेट खोल दिए गए। पूरे मंदिर परिसर को कोलकाता से मंगवाए विशेष फूलों से सजाया गया है। वहीं, वैशाली नगर स्थित सैंकड़ों साल पुराने झारखंड महादेव मंदिर पर भी सावन का पहला सोमवार धूमधाम से मनाया जा रहा है। मंदिर में सुबह 4.30 बजे से जलाभिषेक शुरू हो गया है। जो शाम तक किया जाएगा। इसके साथ ही पाली के सोमनाथ मंदिर में 101 किलो फूलों से महादेव का श्रृंगार किया गया है। वहीं सवाई माधोपुर, जालोर, अजमेर, भीलवाड़ा, बाड़मेर समेत सभी शिवालयों में सावन के पहले सोमवार की धूम है।
उदयपुर के महाकाल मंदिर में बड़ी संख्या में भक्तों का सैलाब भगवान के दर्शन करने के लिए पहुंच रहा है। बड़ी संख्या में भक्तों ने महाकाल के दर्शन किए और भगवान को जल चढ़ाकर सुख शांति और बारिश की कामना की। यहां देवस्थान विभाग की ओर से रुद्राभिषेक किया गया। जालोर के कन्यागिरी पहाड़ी स्थित शिव मंदिर में सुबह से जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगी है। सवाई माधोपुर के मंशापूर्ण भूतेश्वर महादेव मंदिर में जलाभिषेक के लिए महिलाआें की कतार लगी रही। जैसलमेर के शिव मंदिराें में भोलेनाथ के जयकारे लगाए जा रहे हैं। भीलवाड़ा के प्रसिद्ध शिव शक्ति पीठ हरणी महादेव में भोले के भक्तों की कतार लगी है। रावतभाटा के प्राचीन बडोलिया मंदिर पर सुबह से शिव भक्तों की ओर से पूजा-अर्चना की जा रही है। अजमेर-पुष्कर सहित आसपास के 800 से ज्यादा शिवालियों में नवश्रंगार, अभिषेक सहित विशेष पूजा अर्चना की जा रही है।