सपा सरकार में दंगाई खुलेआम कर रहे थे निर्दोषों की हत्या
उत्तर प्रदेश: भाजपा और समाजवादी पार्टी के बीच मुख्य मुकाबला है। इन सब के बीच आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोसी उपचुनाव को लेकर एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने पिछली समाजवादी पार्टी की सरकार पर जमकर निशाना साधा। योगी ने कहा कि घोसी का उपचुनाव महत्वपूर्ण है, इसका महत्व वही समझ पाएंगे जिन्होंने 2005 में हुए मऊ के दंगों को नजदीक से महसूस किया होगा। उन्होंने कहा कि तत्कालीन सपा सरकार में दंगाई खुलेआम असलहे लहराते हुए निर्दोषों की हत्या कर रहे थे। उस वक्त न तो केंद्र की कांग्रेस सरकार कुछ बोली न ही राज्य की सपा सरकार कुछ कर पाई थी।
सपा पर वार
योगी ने कहा कि मऊ में हुए 2005 के दंगों के वक्त मैं गोरखपुर से सांसद था, तब दंगाबाजों के खिलाफ लड़ने के लिए मैं ही गोरखपुर से चला था। उन्होंने ककहा कि प्रदेश में 2017 में भाजपा सरकार बनने के बाद असलहा लहराने वाले माफिया, आज व्हील चेयर पर अपनी जान की भीख मांगते हुए दिखाई देते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आज किसी गरीब की जमीन कोई कब्जा नहीं कर सकता, अगर कर लिया तो बुलडोजर भी तैयार है। उन्होंने कहा कि सपा सरकार में दंगाई खुलेआम कर रहे थे निर्दोषों की हत्या। योगी ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने जन्माष्टमी के अवसर पर हर थाने और जेल में होने वाले आयोजन को बंद करवा दिया था। हमारी सरकार ने कहा कि हर थाने और जेल में भगवान कृष्ण के जन्म का उत्सव भव्यता के साथ मनाया जाएगा। ये राम भक्तों पर गोली चलाने वाले लोग हैं।
अखिलेश का पलटवार
योगी ने कहा कि जिन्हें गरीबों का विकास अच्छा नहीं लगता…जिन्हें कमजोरों का उत्थान अच्छा नहीं लगता…जिन्हें यह पसंद नहीं कि युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये जा रहे हैं…जिन्हें किसानों की समृद्धि अच्छी नहीं लगती देश और प्रदेश…जिन्हें नया, मजबूत और विकासशील भारत पसंद नहीं है…आज वही लोग पीएम मोदी को रोकने के लिए बाधाएं खड़ी करने के लिए एक साथ आ गए हैं। वहीं, अखिलेश यादव ने पलटवार में कहा कि ‘भाजपा द्वारा प्रायोजित घोसी की प्रवचन सभा’ में घोसी के रुके हुए विकास, यहाँ के बेरोज़गारों के लिए काम और मंहगाई की समस्या का कोई ज़िक्र ही नहीं किया गया. सपा के पक्ष में माहौल देखकर भाजपाई नेता केवल ‘भाषणिक औपचारिकता’ निभा रहे हैं।