यूपी के पूर्व डीजीपी के भतीजे की गुंडई
जौनपुर में मंदिर के पुजारी को दी 'देवरिया जैसा' कांड करने की धमकी
जन एक्सप्रेस। जौनपुर
उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में देवरिया जैसा हत्याकांड किए जाने की धमकी दी गई है। ये धमकी कोई और नहीं पूर्व डीजीपी जगमोहन यादव के भतीजे निशांत यादव ने शिव मंदिर के प्रबंधक व पुजारी को दी है। यह पूरा मामला शिव मंदिर की साढ़े 7 बीघा अवैध जमीन कब्जाने को लेकर है। जगमोहन यादव के भतीजे निशांत यादव पर मंदिर के पुजारी को धमकी देने का आरोप लगा है। हालांकि, पीड़ित ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत करते हुए कहा कि जौनपुर के डीएम-एसपी कोई सुनवाई नहीं कर रहे हैं। ऐसे में उनके परिवार की सुरक्षा दी जाए।
मुलायम सिंह और अखिलेश यादव के करीबी यूपी के पूर्व डीजीपी जगमोहन यादव पर उनके पैतृक गांव तरहटी में एक शिव मंदिर की साढ़े सात बीघा जमीन गलत तरीके से रजिस्ट्री कराकर कब्जा कर लेने के आरोप लगा है। ये रजिस्ट्री जगमोहन यादव ने अपने भाई बृजलाल यादव के बेटे निशांत यादव के नाम से कराई थी। जांच में मामला फर्जी पाए जाने के बाद जगमोहन के भतीजे के नाम मंदिर की जमीन दर्ज नहीं हो सकी, लेकिन उसके बाद भी पूर्व डीजीपी के परिवार कब्जा बरकरार है। पीड़ित न्याय की आस में 38 सालों से अधिकारियों के यहां चक्कर काटने को मजबूर है।
38 साल में 400 से अधिक तारीखें मिली नही मिला न्याय
पूर्व डीजीपी जगमोहन के रसूख का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मंदिर के प्रबंधक व पुजारी विजय उपाध्याय द्वारा इस मामले में शिकायत करके के 38 साल बीतने के बाद भी मामले का निस्तारण नहीं हो सका है। इस दौरान पीड़ित की मानें तो करीब 400 से अधिक तारीखें पड़ चुकीं हैं। जगमोहन के प्रभाव के आगे सब कुछ बेअसर रहा है। इस बार पीड़ित को देवरिया जैसी घटना दोहराने की धमकी मिली है।
चार-पांच लोगों के साथ आकर दी धमकी
दरअसल, यूपी के पूर्व डीजीपी जगमोहन यादव मुंगराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के तरहटी गांव के रहने वाले हैं। आरोप है कि उन्होंने अपने पद का दुरूपयोग करते हुए गलत तरीके से शिव मंदिर की साढ़े सात बीघा जमीन कब्जा कर ली। मंदिर के पुजारी विजय उपाध्याय का आरोप है कि 2 अक्टूबर को दोपहर वह मंदिर की जमीन पर सफाई करने गए थे। इसी बीच जगमोहन यादव के भतीजे निशांत यादव ने अपनें चार-पांच अन्य साथियों के साथ जाकर उन्हें वहां से भाग जाने की धमकी दी। निशांत पर देवरिया जैसी घटना जौनपुर में भी पीड़ित पुजारी के साथ दोहराने की धमकी देने के आरोप लगे हैं। हालांकि, धमकी मिलने के बाद पीड़ित ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय और सुरक्षा की गुहार लगाई है।
पुलिस चुप रहने की देती है सलाह
मुलायम के चहेते पूर्व डीजीपी जगमोहन यादव का जलवा योगी सरकार में भी बरकरार हैं। पीड़ित की माने तो शिकायत के बाद जब अधिकारी जांच के लिए जाते हैं तो किसी कार्रवाई के बजाय जगमोहन जैसे बड़े आदमी के खिलाफ शिकायत करने के बारे में चुप रहने की सलाह देते हैं। मंदिर के पुजारी विजय उपाध्याय ने बताया कि अभी हाल में चार दिन पूर्व राजश्व टीम जांच करने पहुंची थी। जांच में जगमोहन के खिलाफ सबकुछ मिलने के बावजूद अधिकारियों ने कोई कार्रवाई करने के बजाय उन्हें ही चुप रहेंने की नसीहत दे डाली।
धमकी को लेकर पूरा परिवार है डरा
पीड़ित विजय उपाध्याय ने कहा कि पिछले 38 सालों से वह इस मामले में अधिकारियों के यहां चक्कर काट रहे हैं। अब तक 400 से ज्यादा तारीखें पड़ चुकीं हैं। कई बार हाईकोर्ट जाना पड़ा। हाईकोर्ट के निर्देश के बावजूद जिले के अधिकारी पूर्व डीजीपी जगमोहन के प्रभाव के आगे मामले को लटकाये हुए हैं। कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है. अब देवरिया जैसी घटना दोहराने की धमकियां भी मिल रही हैं। उनका पूरा परिवार डरा सहमा हुआ है। जिले के डीएम -एसपी भी इस मामले पर कोई ध्यान नही दे रहे हैं।
कई अन्य लोगों को भी किया जाता है परेशान
इस केस से जुड़े हाईकोर्ट के अधिवक्ता व पीड़ित के भतीजे अजय उपाध्याय ने कहा कि उन्हें डीजीपी के गुर्गों द्वारा कई बार धमकियां मिली हैं। कहा जाता रहा कि इस केस से दूर हो जाओ, लेकिन वह फिर भी पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए लगातार इस मामले में हाईकोर्ट में पैरबी करते रहे। अधिवक्ता का आरोप है कि पूर्व डीजीपी ने मंदिर के पुजारी विजय उपध्याय जैसे ब्राह्मण ही नहीं बल्कि तरहटी गांव के कई यादवों व अन्य जाति के लोगों को भी अपने रसूख की बदौलत परेशान किया है।
फिलहाल रसूख के आगे अधिकारी भी किसी शिकायत को ठंढे बस्ते में डाल कर मामला लटका देते हैं। उसी का नतीजा है कि 38 सालों में 400 से अधिक तारीखें पड़ने के बावजूद शिकायत जहां की गई थी वहीं पड़ी हुई है।
पूर्व DGP ने यादव की भी जमीन कब्जा कर ली
पूर्व DGP पर शिव मंदिर के आलावा यादवों की भी जमीन कब्जा करने के आरोप है। जगमोहन का पैतृक गॉव तरहठी प्रयागराज की सीमा से सटा हुआ हैं ऐसे में प्रयागराज के लोगों की जमीनें जौनपुर और जौंनपुर के लोगों की जमीनें प्रयागराज में है।
प्रयागराज के फूलपुर थाना क्षेत्र के सरपोसबीर गॉव निवासी श्याम नारायण यादव के बेटे शिवम का आरोप है कि उनकी जौनपुर के तरहटी बाज़ार में जमीन है। जिसपर उन्होंने मकान बनावाकर किराये पर दिया था। लेकिन DGP रहते हुए जगमोहन यादव ने अपने पद का दुरूपयोग करते हुए उसपर कब्जा कर लिया। इतना ही नही आरोप तो यह भी है कि जगमोहन यादव पीड़ित को धमकी देकर जबरन रजिस्ट्री करने का दबाव भी बनाते रहे। पीड़ित द्वारा काफी शिकायत की गयी जाँच टीम आई जाँच भी हुई लेकिन पूर्व डीजीपी के रसूख के आगे पीड़ित को न्याय नहीं मिल सका। हालांकि अब पूर्व डीजीपी से पीड़ित लोग सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगा रहे हैं।
पूर्व डीजीपी ने सभी लोगों के सामने की थी ग्राम प्रधान की पिटाई
जगमोहन यादव रिटायर्ड हो चुके हैं लेकिन उनका मिजाज अभी भी अफसरशाही वाला ही है। एक महीने पहले गांव के कुछ लोगों द्वारा पूर्व डीजीपी पर जमीन कब्जा करने की मुख्यमंत्री से शिकायत की गई थी। जिस सम्बन्ध में जांच करने अधिकारी तरहटी गांव गए थे। पंचायत भवन में जांच अधिकारियों, पुलिसकर्मियों के सामने ही जगमोहन यादव ने तरहटी गांव के ग्राम प्रधान चन्द्रेश गुप्ता को पीटना शुरू कर दिया था। पिटाई और धमकी देने के बाद गांव वाले आक्रोशित हो गए थे। हालांकि, दबाव बढ़ने के बाद मुंगराबादशाहपुर थाने की पुलिस ने पूर्व डीजीपी के खिलाफ मारने पीटने और धमकी देनें के मामले में केस दर्ज किया था।