
नई दिल्ली: आजतक के एजेंडा 2023 कार्यक्रम में अखिलेश यादव से जब महिलाओं का वोट बीजेपी की तरफ जाने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, बीजेपी जो दावा कर रही है वह सही नहीं है. एनसीआरबी के आंकड़े देखें तो सबसे ज्यादा अन्याय महिलाओं के खिलाफ हो रहा है. बात चाहे मध्य प्रदेश की हो या यूपी की, हर जगह यही स्थिति है. अगर बीजेपी मध्य प्रदेश में लाडली बहना योजना की वजह से महिलाओं का वोट मिलने की बात कह रही है तो राजस्थान और छत्तीसगढ़ में उसे किस आधार पर वोट मिला है. यूपी की राजधानी लखनऊ तक में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं.
‘शिवराज पर क्या गुजर रही है, वही जानते हैं’
उन्होंने लाडली बहना योजना का जिक्र करते हुए कहा, “जिस सीएम (शिवराज सिंह चौहान) ने यह योजना चलाई, उस मामा का बीजेपी ने क्या किया. अगर उनकी चलाई स्कीम की वजह से महिलाओं का इतना वोट मिला और सरकार बनी तो उनको क्यों सजा दी. भले ही वह कैमरे पर कितना भी कहें, कितना भी टीवी पर बोलें कि वह पार्टी के फैसले से सहमत हैं, लेकिन उनके दिल में क्या चल रहा है ये कोई जान सकता है. उन पर क्या गुजर रहा है ये वही जानते हैं.”
अपने पीडीए फॉर्मूले पर भी बोले अखिलेश यादव
जब उनसे पूछा गया कि आप पिछड़े दलित और अल्पसंख्यक (PDA) पर जो सोशल इंजीनियरिंग करने की कोशिश कर रहे हैं, वो बीजेपी के आगे कितना चलेगा. बीजेपी ने हर वर्ग से सीएम बना दिया है. वह ब्राह्मण को भी सीएम बना रहा है, आज के टाइम में कौन ऐसा कर रहा है. सोशल इंजीनियरिंग और आपके पीडीए में क्या अंतर है, तो इस सवाल के जवाब में अखिलेश ने कहा, मैं जो कह रहा हूं उसे जाति तक मत सोचिए. ए से अगड़ा बी है और आदिवासी भी है. आप बेशक ओबीसी और आदिवासी को सीएम बना दीजिए, लेकिन जमीन पर इनके साथ अन्याय ही हो रहा है. नौकरियों में कहां है पीडीए, सरकारी संस्थानों को हटा देंगे तो संविधान ने जो अधिकार इन्हें दिए हैं नौकरी और रोजगार के उनमें ओबीसी कहां है. आज भी सबसे ज्यादा अन्याय पिछले और दलितों पर ही हो रहा है.