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बहुसंख्यक समाज को बहला-फुसलाकर धर्मांतरण कराने का आरोपी गिरफ्तार, ईसाई धर्म की किताबे बरामद 

जन एक्सप्रेस/संवाददाता 

हैदरगढ़-बाराबंकी। थाना लोनीकटरा अंतर्गत धर्मांतरण का मामला सामने आते ही स्थानीय पुलिस महकमे में हड़कंप की स्थिति हो गए। आनन-फानन में पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपी व्यक्ति को गिरफ्तार कर उसके पास ईसाई धर्म से जुड़ी ग्रंथ की पुस्तकें बरामद की है। वही इस संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी डॉक्टर अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके पास ईसाई धर्म से जुड़ी पुस्तके बरामद हुई है। पुलिस अब इनके अन्य साथियों की भी गिरफ्तारी करेगी।

जिनकी मदद से यह धर्मांतरण का काम जनपद में कर रहा था। पुलिस के मुताबिक यह ईसाई परिवार लखनऊ से आकर बाराबंकी में पिछले एक साल से रह रहा था। उसने रेलवे की एक जमीन पर अवैध रूप से एक झोपड़ी बनाई थी। जहां वह बहुसंख्यक समाज के लोगों को बहला-फुसलाकर गुमराह करता था। और उनका ईसाई धर्म में धर्मांतरण कराता था।

आरोपी का नाम बजरंग है जोकि बड़ी संख्या में भीड़ एकत्रित कर लोगों को बहकाने का काम करता था। इस बात की जानकारी जब क्षेत्रीय हिंदू संगठनों को हुई तो वह मौके पर पहुंचे। जहां उन्हें मौके से बाइबल और अन्य इसाई ग्रंथ की पुस्तकें बरामद हुई। जिसके बाद हिंदू संगठनों ने तत्काल मामले की सूचना स्थानीय पुलिस को दी। और तहरीर देते हुए आरोपी ईसाई परिवार पर कार्रवाई की मांग की है। तहरीर में आरोप है कि आरोपी अब तक 230 दलित परिवारों को ईसाई धर्म में परिवर्तित करने का काम कर रहा था। पूरा मामला थाना लोनी कटरा क्षेत्र के मंगलपुर रेलवे क्रॉसिंग के पास का है। यहां लखनऊ जनपद के मोहनलालगंज तहसील क्षेत्र पुलसा खेड़ा गांव का रहने वाला बजरंग नाम का व्यक्ति अपने परिवार के साथ रेलवे की जमीन पर अवैध रूप से रह रहा था। जिस पर आरोप है कि वह पिछले एक साल से है इलाके में अनपढ़ और गरीब व्यक्तियों को इलाज करता था। आरोप है कि जो लोग बजरंग के पास उपचार के लिए जाते थे वह धीरे-धीरे मंदिर जाना और पूजा पाठ करना बंद कर चुके थे। जिसकी जानकारी होने पर हैदरगढ़ कस्बे के रहने वाले हिंदू संगठन के कार्यकर्ता विजय हिंदुस्तानी अपने अन्य साथियों के साथ मौके पर पहुंच गए।

मौके पर मौजूद महिलाओं से जब हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने बात की तो उन्होंने बताया कि हमें पूजा पाठ करके कौन सा फायदा हुआ है। अब हम न मंदिर जाएंगे और न पूजा पाठ करेंगे। इस पर कार्यकर्ताओं ने आरोपी व्यक्ति की झोपड़ी की तलाशी ली। जिसमें उन्हें बाइबल व ईसाई धर्म के अन्य ग्रंथ मिले। यहां एक महिला ने बताया कि आरोपी उपचार के बहाने लोगों को जालंधर ले जाकर इसाई धर्म में धर्मांतरण करा देता था।

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