
जन एक्सप्रेस
लखनऊ। राम नगरी अयोध्या में हो रहे प्राण प्रतिष्ठा समारोह से इन दिनों एक अजीब सा माहौल तैयार हो गया है। एक ओर भारतीय जनता पार्टी राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही देश में राम के सहारे 2024 की वैतरणी पार करना चाहती है। इसीलिए वह राम को जप रही है। वहीं विपक्षी दलों के लिए इस समारोह का न्यौता मुसीबत बन गया है। वह इसे न तो सीधे तौर पर स्वीकार कर पा रहे और न ही इसका खुलकर विरोध। सियासी लाभ के लिए यह दल साफ्ट हिंदुत्व का सहारा ले रहे हैं।
राजनीतिक दल इन दिनों भगवान को मुद्दा बना रहे हैं और यह सब भारतीय जनता पार्टी की पिच पर जाकर के खेल रहे हैं। भाजपा अब अपनी ही पिच पर अपनी विरोधियों को किस तरह से चित करेगी यह मामला बेहद रोचक को चला है। इस कार्यक्रम में दुनिया भर से लोगों को बुलाकर भाजपा इसे वैश्विविक ख्याति हासिल करना चाह रही है। वैसे भी 2024 के चुनाव के अब सिर्फ दो महीने ही बचे हुए हैं ऐसे में अब इस राम मंदिर से जो चुनावी माहौल अभी बनाया गया है उसका सीधा-सीधा असर लोकसभा चुनाव में देखने को मिलेगा।
इंडिया गठबंधन उसके मुकाबले अभी कहीं नजर नहीं आ रहा है। गठबंधन के दल अभी अपनी सीट शेयरिंग नहीं तय कर पायें हैं । राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद जो माहौल तैयार होगा उसे जनता बेहद उत्साहित है सिर्फ साधु संत ही नहीं बल्कि पूरे देश में इस समय राममय माहौल है । उत्तर प्रदेश से लेकर के दक्षिण और पूर्व में भी यही हाल है उत्तर की दिशा में भी यही हाल है । चारों दिशाओं में राम एक ऐसे हैं जो हर कण में है और हर समुदाय के लोग राम में अपनी आस्था रखते हैं । इसलिए भारतीय जनता पार्टी ने राम को एक ऐसा मुद्दा बना दिया है कि अब कोई राम से पीछा नहीं छुडाना चाहता है आप याद करिए की कोई भी वक्त हो आदमी खुशी में हो या गम हो सब में राम को ही याद करता है । सूबे के सभी क्षत्रपों को राम मंदिर के प्राण पतिष्ठा का देकर उनकी धड़कने बढ़ा दी है। वह इस निमत्रंण न तो स्वीकार कर पा रहे है और न ही विरोध। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने स्वयं इस कार्यक्रम के निमंत्रण मिलने की बात को स्वीकार किया है। समारोह के बाद परिवार के साथ राम लला के दर्शन करने का भी ऐलान किया है। वहीं सपा प्रवक्ता सौम्या राना ने बताया कि 22 को ही जनेश्वर मिश्र की जयंती है इस दौरान पार्टी द्वारा सभी जिला मुख्यालयों पर श्रद्धाजलि सभा का आयोजन किया गया है। किसी को भी पार्टी द्वारा कार्यक्रम में जाने से रोका नहीं गया है। लेकिन जिस तरह से भाजपा इसे राजनीतिक मुद्दा बना रही है वह गलत है।
वहीं कांग्रेस के प्रवक्ता उमा शंकर पाण्डेय ने बताया कि इन दिनों पार्टी द्वारा हर क्षेत्र में जोनल संवाद कार्यक्रम चल रहे हेंै। हमारे बहुत से नेता तो अयोध्या में सरयू स्नान एवं राम लला के दर्शन कर आए। उन्होंने कहा कि पार्टी द्वारा किसी को वहां जाने से रोका नहीं गया है। जो जाना चाहे वह जाए, बहुत से नेता जा भी रहे हैं। चुनावी लाभ के लिए धर्म का सहारा लेना गलत है। शिक्षा, रोजगार, मंहगाई किसान पर बात नहीं हो रही है।
वहीं रालोद प्रदेश अध्यक्ष रामशीष राय ने बताया कि हमारे नेता जयंत चौधरी तक को प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण नहीं मिला है। इस समारोह के बाद हम लोग अयोध्या जाकर दर्शन पूजन करेंगे। वहीं आम आदमी पार्टी भी इस अवसर पर मंदिरों में आयोजन करने जा रही है। इस तरह समूचा विपक्ष प्राण प्रतिष्ठा को लेकर दुविधा में है। अगर वह इसमें शामिल होता है तो मुस्लिम नाराज हो जायेंगे। यदि इकदम दूरी बना लेता है तो हिंदू समाज नाराज हो जायेंगा।