अयोध्या के चौरासी कोस परिक्रमा पर फूटा विवाद! दो गुटों में तनातनी परंपरा से छेड़छाड़ का आरोप

जन एक्सप्रेस अयोध्या: चैत्र शुक्ला पूर्णिमा को शुरू होने वाली अयोध्या की ऐतिहासिक चौरासी कोस परिक्रमा इस बार विवादों में घिर गई है। मखौड़ा धाम से शुरू होकर सीताकुंड तक जाने वाली इस परिक्रमा को लेकर दो संत गुटों के बीच जोरदार टकराव सामने आया है। पारंपरिक अनुयायियों का आरोप है कि कुछ लोग जानबूझकर परिक्रमा की तिथि और विधि में फेरबदल कर जनमानस को भ्रमित कर रहे हैं। परंपरा के अनुसार यह यात्रा मनोरमा नदी के तट से शुरू होकर धार्मिक महत्व वाले 84 कोस क्षेत्र की परिक्रमा करती है।
“चार दिन आगे-पीछे परिक्रमा करा रहे हैं कुछ लोग”—यह आरोप लगाते हुए संतों ने चेतावनी दी कि यह महज भ्रम नहीं, बल्कि हमारी धार्मिक पहचान को कमजोर करने की गहरी साजिश है। एक गुट का कहना है कि परिक्रमा की वास्तविक तिथि और शुरुआत की जगह से छेड़छाड़ करके शरारती तत्व हमारी परंपरा को मिटाने पर आमादा हैं। वहीं दूसरा गुट अलग तिथियों पर परिक्रमा करवाकर परंपरा से हटकर नई राह बनाने की कोशिश में जुटा है। इसका विरोध अब खुलकर सामने आ गया है।
संतों ने इस मुद्दे पर अखाड़ा परिषद और प्रशासन और संगठन से सख्त हस्तक्षेप की मांग की है। उनका कहना है कि चौरासी कोस परिक्रमा सिर्फ यात्रा नहीं, बल्कि आस्था और हजारों वर्षों की परंपरा का प्रतीक है, जिसे किसी भी कीमत पर खंडित नहीं होने दिया जाएगा। अब देखना है कि इस विवाद का समाधान कैसे होता है, लेकिन फिलहाल अयोध्या की पवित्र धरती पर संतों का यह टकराव चर्चा और चिंता का विषय बन चुका है।