नेपाल में दूसरे दिन भी विभिन्न इलाकों में जारी रहा कर्फ्यू
भारत नेपाल सीमावर्ती इलाकों में फंसे नागरिकों को सुरक्षित पहुंचा रहे सुरक्षाकर्मी

जन एक्सप्रेस। अशोक उपाध्याय/नबी अहमद
भारत नेपाल सीमा, बहराइच। भारतीय सीमा से लगे नेपाल के बांके जिले में दो समुदायों के बीच मंगलवार को भड़की हिंसा के बाद प्रशासन की ओर से कर्फ्यू लगा दिया गया था। नेपालगंज के विभिन्न इलाकों में कर्फ्यू का आदेश आज दूसरे दिन भी जारी रहा। सेना के जवान गस्त करते दिखे। भारत और नेपाल के सरहदी इलाकों में फंसे दोनों देशों के नागरिकों को पहचान पत्र देखकर आज आने-जाने दिया गया। नेपाल के सुरक्षाकर्मी भी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाते दिखाई पड़े।
भारतीय क्षेत्र में आवश्यक वस्तुओं से लड़ी खड़ी मालवाहक ट्रकों को भी नेपाल के सुरक्षा कर्मियों ने अपनी निगरानी में गंतव्य तक पहुंचाया। इस बीच नेपाल में बढ़े सांप्रदायिक तनाव को देखते हुए भारत नेपाल सीमा का जायजा लेने के लिए जिलाधिकारी मोनिका रानी और पुलिस अधीक्षक प्रशांत कुमार वर्मा बुधवार को भारत नेपाल सीमा पर पहुंचे। उन्होंने एसएसबी और पुलिस के जवानों से सीमा क्षेत्र की स्थिति जानी और अधिकारियों से वार्ता की और सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, एसएसबी के कमांडेंट ने दल बल के के साथ सीमा क्षेत्र में पैदल मार्च किया लोगों से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की।
- बहराइच के डीएम और एसपी ने एसएसबी कमांडेंट के साथ लिया सीमा सुरक्षा का जायजा
मंगलवार को नेपाल में एक समुदाय ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर बंद की घोषणा की थी। इसके बाद बागेश्वरी मंदिर प्रांगण में बैठक की और वहां से जुलूस के शक्ल में सैकड़ो की तादाद में लोग सड़कों पर झंडा लेकर उत्तर पड़े। इस बीच को शरारती तत्वों ने घर की छतों और गलियों से छुपकर पत्थरबाजी की और कांच की बोतल फेंकी थी। जिसको लेकर प्रदर्शनकारी भड़क गए। दोनों समुदाय के बीच हिंसा का माहौल बन गया। जिस पर काबू पाने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया था। लेकिन स्थिति बेकाबू होने के बाद बांके जिला प्रशासन ने अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगाने की घोषणा की थी। तत्काल प्रभाव से सेना बुला ली गई और कर्फ्यू ग्रस्त क्षेत्रों में सेना के जवान गस्त करने लगे।
अचानक कर्फ्यू लगाने की घोषणा के बाद नेपाल में अफरा तफरी का माहौल बन गया था। नेपाल में फंसे लोग भारतीय इलाकों तो भारतीय क्षेत्र फंसे लोग अपने वतन नेपाल लौटने लगे। लेकिन इस बीच काफी लोग दोनों देशों में फंस गए थे। हर की कर्फ्यू के बाद नेपाल प्रशासन ने हिंसा पर काफी हद तक काबू पा लिया था। लेकिन नेपाल में हुई हिंसा और तनाव को देखते हुए भारतीय क्षेत्र के सुरक्षा कर्मियों को भी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए थे। इसके बाद भारतीय क्षेत्र में पुलिस और एसएसबी के जवानों ने गलत बढ़ा दी थी। जिससे कि दोनों देशों की खुली सीमा के जरिए अराजक तत्व भारतीय सीमा में प्रवेश न कर सके। नेपाल में कर्फ्यू की घटना के बाद काफी संख्या में आवश्यक वस्तुओं से लेते माल वाहक ट्रक भारतीय क्षेत्र में ही फंसे रह गए। जिससे नेपाल में आवश्यक वस्तुओं का संकट उत्पन्न होने की संभावना बढ़ गई थी। लेकिन बुधवार को नेपाल के सुरक्षाकर्मियों ने भारतीय क्षेत्र में फंसे इन मालवाहक ट्रकों को अपनी निगरानी में गंतव्य तक पहुंचने का कार्य शुरू कर दिया है।
स्थिति तनावपूर्ण परंतु नियंत्रण में कर्फ्यू जारी
पड़ोसी नेपाली जिला बांके के मुख्यालय नेपालगंज में स्थिति अब भी तनावपूर्ण है। कर्फ्यू यथावत जारी है। बांके जिला प्रशासन कार्यालय के अधिकारी विष्णु साहनी ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया है कि मंगलवार को कर्फ्यू आदेश के दौरान हुई झड़प में 5 सुरक्षा कर्मी व 17 साधारण लोगो को मिलाकर 22 लोग घायल हुए हैं। उनमें 21 लोगो का प्राथमिक उपचार किया गया है। सभी लोग घर लौट गए हैं। 1 घायल का इलाज नेपालगंज के भेरी अस्पताल में चल रहा है। बांके जिला प्रशासन अपील है कि शांति व व्यवस्था बनाएं रखने के लिए किसी प्रकार की आपत्तिजनक सामग्री सोशल मीडिया पर न डालें। बांके जिले के एसपी संतोष सिंह राठौर ने एक अपील जारी करते हुए लोगो से शांति बनाए रखने का आग्रह किया है। प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि नेपालगंज धार्मिक सहिष्णुता व सद्भाव का शहर है।
स्थिति पर नियंत्रण के लिए बुलाएगी सर्वदलीय बैठक
नेपालगंज के वर्तमान हालात को सामान्य बनाने के सर्वदलीय बैठक डीएम कार्यालय बांके में हो रही है। बांके जिलाधिकारी विपिन कुमार आचार्य के संयोजन में इस बैठक में लुम्बिनी प्रदेश के डीआईजी उमेशराज जोशी, सांसद ध्वल शमशेर राणा, विधायक कृष्णा केसी नमूना, नेपालगंज के मेयर प्रशान्त विष्ट, उपमेयर कमरूद्दीन राई, बांके के एसपी सुशील सिंह राठौर, सशस्त्र के एसपी व अन्य सुरक्षाकर्मी प्रमुख, विभिन्न धर्म के धर्म गुरू मौजूद रहे। बैठक में स्थिति पर शीघ्र नियंत्रण करने के उपाय पर चर्चा की गई। नागरिकों से सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखना की अपील की गई।
डीएम व एसपी ने सीमा क्षेत्र का पैदल भ्रमण कर लिया सुरक्षा का जायजा
जिलाधिकारी मोनिका रानी, पुलिस अधीक्षक प्रशांत वर्मा, एसडीम नानपारा अजीत परेश, पुलिस उपाधीक्षक नानपारा राहुल पांडे, प्रभारी निरीक्षक रुपईडीहा शमशेर बहादुर सिंह, 42 वी वाहिनी एसएसबी के कमांडेंट गंगा सिंह उदावत के साथ रुपईडीहा थाने में बैठक की। सीमा क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। जिलाधिकारी के नेतृत्व में सभी अधिकारियों ने सीमा क्षेत्र और कस्बे का पैदल भ्रमण कर लोगों से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की।
सामान्य हो रही स्थिति
सीमा से लगे नेपाल की जमुना चौकी पुलिस प्रभारी एम एस विष्टा ने बताया कि स्थिति सामान्य हो रही है। लोगों को पहचान पत्र देखकर मुख्य मार्ग से आने जाने दिया जा रहा है। नेपाल बस पार्क और एयरपोर्ट जाने वाले यात्रियों को सुरक्षा प्रदान की जा रही है। भारतीय सीमा में खड़े आवश्यक वस्तुओं से लदे मालवाहक ट्रकों को सुरक्षित नेपाल पहुंचा जा रहा है। जिससे कि आवश्यक वस्तुओं का संकट उत्पन्न न हो। दोनों देशों में फंसे नागरिकों को भी पहचान पत्र देखने के बाद आने-जाने दिया जा रहा है।