टीकाकरण के बाद जुड़वा बच्चों की मौत से मचा हड़कंप, ग्रामीणों का स्वास्थ्य कर्मियों पर आरोप
जन एक्सप्रेस/ अंबेडकरनगर: जनपद के टांडा के पहराजपुर में लगे टीकाकरण कैंप के बाद तीन महीने के जुड़वा बच्चों की मौत से गांव में हड़कंप मच गया। ग्रामीणों ने स्वास्थ्य कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बृहस्पतिवार को प्रदर्शन किया। मामला गंभीर होने पर सीएमओ डॉ. राजकुमार ने जांच के लिए एसीएमओ के नेतृत्व में टीम गठित कर दी।
27 दिसंबर को रियांश की मौत हो गई
पिछले बृहस्पतिवार को पहराजपुर गांव में टीकाकरण कैंप लगाया गया था। गांव के अनिल कुमार के तीन महीने के जुड़वा बच्चों, रियांश और रीत, को टीके लगाए गए। टीका लगने के अगले ही दिन, 27 दिसंबर को रियांश की मौत हो गई। इसके बाद बुधवार को उसके जुड़वा भाई रीत ने भी दम तोड़ दिया। बच्चों की मौत से आक्रोशित ग्रामीणों ने स्वास्थ्य कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का कहना है कि टीकाकरण के दौरान कर्मचारियों ने जरूरी सावधानियां नहीं बरतीं, जिसके कारण यह घटना हुई।
प्रशासन की कार्रवाई
सीएमओ डॉ. राजकुमार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के लिए एक टीम गठित की है। उन्होंने कहा कि बच्चों के शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है और उसकी वीडियोग्राफी भी होगी। सीएमओ ने बताया कि जांच रिपोर्ट के आधार पर जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाएगी। टीम यह पता लगाएगी कि बच्चों की मौत टीकाकरण के कारण हुई है या किसी अन्य वजह से।
गांव में मातम का माहौल
जुड़वा बच्चों की मौत से गांव में शोक और आक्रोश का माहौल है। परिजनों ने इस मामले में न्याय की मांग की है। प्रशासन ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी। इस घटना ने टीकाकरण अभियान की सुरक्षा और प्रक्रिया को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।