चमोली नमामि गंगे प्रोजेक्ट में हुए हादसे में मृतकों की संख्या 16 पहुंची
चामोली । उत्तराखंड के चमोली जिले में बुधवार सुबह नमामि गंगे प्रोजेक्ट में हुए बड़ा हादसे में मृतकों की संख्या 16 हो गयी है। इनमें एक दारोगा और तीन होमगार्डों के अलावा 12 ग्रामीण हैं जबकि नौ लोग गंभीर हैं, जिन्हें हायर सेंटर के लिए एयरलिफ्ट किया गया है। मुख्यमंत्री ने घटना पर दु:ख जताया है। उन्होंने घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं। आपदा परिचालन केंद्र ने इसकी पुष्टि की है।
चमोली बाजार के समीप नमामि गंगे प्रोजेक्ट की साइट पर बुधवार सुबह अचानक करंट फैल गया। इस हादसे में 16 लोगों की मौत हो गयी थी जबकि कई नौ अन्य लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं। जिन्हें हेलीकाप्टर की मदद से हायर सेंटर एम्स ऋषिकेश भेजा गया है। मुख्यमंत्री और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष कुछ देर में घटनास्थल पर पहुंचने वाले हैं।
बताया जा रहा है कि बीते रोज एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। उनके परिजन मृतक का शव उठाने नहीं दे रहे थे। परिजनों का कहना था कि जब तक उसके मौत के कारणों का पता नहीं चल पाता है, वे शव को नहीं उठाने देंगे। बुधवार की सुबह मृतक के परिजन, ग्रामीण आदि करीब 35 से 40 लोग घटना स्थल पर पहुंचे थे, जहां टीन शेड में अचानक करंट आने से ये लोग उसकी चपेट में आ गए। इस कारण से 15 लोगों की मौत हो गयी थी। इसमें एक दारोगा सहित तीन होमगार्ड शामिल थे। इसमें एक अन्य घायल ने और दम तोड़ दिया। इस तरह इस हादसे में मृतकों की संख्या 16 हो गयी है।
बताया गया कि करंट इतना तेज था कि लोगों के शरीर तक फट गए। करंट आने के बाद ट्रांसफार्मर में आग लग गई और उसमें धमाका हो गया। कुछ लोगों के नदी में कूदने की भी कही जा रही है। झुलसे हुए लोगों को जिला अस्पताल ले जाया जा रहा है। पुलिस उपाधीक्षक चमोली प्रमोद शाह ने बताया कि कुछ घायलों को जिला अस्पताल भेजा गया है। इसके बाद गंभीर रूप से घायल नौ लोगों को हेलीसेवा से हायर सेंटर एम्स, ऋषिकेश भेज दिया गया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चमोली की घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि इस घटना में 15 लोगों के हताहत होने का समाचार मिला है। इसके बाद और घायल ने दम तोड़ दिया था।