श्रावण मास के अंतिम सोमवार पर जलाभिषेक को उमड़ा भक्तों का सैलाब

मुरादाबाद । श्रावण मास के अंतिम और आठवें सोमवार पर जिले के शिव मंदिरों में जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं की काफी संख्या में भीड़ उमड़ी। भोले बाबा के जयघोषों से शिवालय गूंज उठे। लाखों कांवड़ियों ने बम भोले के जयकारों के साथ कांवड़ चढ़ाई।
किसरौल स्थित प्राचीन सिद्धपीठ चौरासी घंटा मंदिर व नागफनी स्थित झारखंडी शिव मंदिर में देर रात्रि ढाई बजे से कांवड़ चढ़नी शुरू हुई। यहां पर कांवड़ चढ़ाने के लिए काफी संख्या में डाक कांवड़ भी पहुंची। श्रावण के आखिरी सोमवार पर जलाभिषेक करने के लिए कांवड़े बेड़े देर रात से ही शिवालय पहुंचने लगे थे। भीड़ के कारण चौरासी घंटा व झारखंडी शिव मंदिरों के द्वार देर रात ढाई बजे ही खोल दिये गए और जलाभिषेक आरंभ कराया गया
भीड़ के कारण चौरासी घंटा मंदिर व झारखंडी मंदिर को जाने वाले रास्तों पर वाहनों का आवागमन बंद कर दिया गया। कांवड़ियों ने भी बिना कांवड़ पैदल ही शिवालय पहुंचकर जलाभिषेक किया। यह सिलसिला दोपहर तक जारी रहा। दोपहर में मंदिरों में कीर्तन हुए। शाम के समय शिवालयों को भव्य रूप से सजाया गया।
महाकालेश्वर धाम पर भी इस बार काफी भीड़ रही। श्रद्धालुओं ने तड़के से ही मंदिर पहुंचकर जलाभिषेक और पूजा-अर्चना करना शुरू कर दिया। गुजराती मोहल्ला स्थित सीताराम मंदिर में स्थित 108 शिवलिंग पर भी श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया। पुलिस लाइन स्थित मंदिर, रेलवे कालोनी स्थित मनोकामना श्री हनुमान मंदिर, शिव मंदिर बंगला गांव, लोकोशेड स्थित शक्ति लोक शिवालय, ऋणमुक्तेश्वर मंदिर बुद्धि विहार और श्री गीता ज्ञान मंदिर कोठीवाल नगर, प्राचीन शिव मंदिर झांझनपुर, सत्य श्री शिव मंदिर आवास विकास कालोनी, शिव शक्ति मंदिर रामगंगा विहार, ढाब वाला मंदिर आशियाना, अर्धनारीश्वर मंदिर हिमगिरी, हाथी वाला मंदिर कानून गोयान तथा श्री दुर्गा भवन मंदिर बुध बाजार में भी काफी संख्या पहुंचे श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया और बेल पत्ती, भंग, धतूरा, फल आदि चढ़ाकर भगवान शिव की आराधना की।
सीसीटीवी की नजर में रहे श्रद्धालु, पुलिस बल रहा तैनात
प्राचीन सिद्धपीठ चौरासी घंटा मंदिर व झारखंडी शिव मंदिर में श्रद्धालु पूरी तरह सीसीटीवी कैमरे की नजर में रहे। मंदिरों के दोनों ओर कैमरे लगे रहे व मंदिरों में कंट्रोल रूम बना रहा। भारी पुलिस बल तैनात रहा।