नैनीताल में अब महंगी होगी एंट्री, पर्यटकों से वसूला जाएगा 300 रुपये शुल्क
पालिका ने बढ़ाया 172% एंट्री शुल्क, टैक्सी चालकों की मनमानी ने भी बढ़ाई परेशानी, दोपहिया को फिलहाल छूट

जन एक्सप्रेस नैनीताल: सरोवर नगरी आने वाले पर्यटकों को अब जेब और ढीली करनी पड़ेगी। नगर पालिका द्वारा बाहरी वाहनों पर 172% तक एंट्री शुल्क बढ़ा दिया गया है। मंगलवार से शहर के तीनों प्रवेश द्वार—लेकब्रिज, फांसी गधेरा और बारापत्थर चुंगी पर 110 रुपये की जगह अब 300 रुपये शुल्क वसूला जा रहा है। पालिका ने न सिर्फ शुल्क बढ़ाया है, बल्कि इसकी बाकायदा पर्ची काटकर वसूली भी शुरू कर दी है। यही नहीं, नैनीताल जिले में रजिस्टर्ड निजी और व्यावसायिक वाहनों से अब 200 रुपये शुल्क लिया जा रहा है।
बिना गजट नोटिफिकेशन लागू हुई नई दरें
हालांकि, अभी तक संशोधित दरों का गजट नोटिफिकेशन जारी नहीं हुआ है। इसके बावजूद, पालिकाध्यक्ष डॉ. सरस्वती खेतवाल की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद से नई दरें वसूली में लाई जा रही हैं। पालिका का तर्क है कि निर्णय बैठक में लिया गया था, इसलिए शुल्क लागू किया गया है।
टैक्सी चालकों की मनमानी ने बढ़ाई मुसीबत
पर्यटकों के साथ-साथ स्थानीय लोग भी परेशान हैं। पर्यटन सीजन के खत्म होते ही नैनीताल से भवाली, भीमताल, नौकुचियाताल व कैंची धाम तक चलने वाली टैक्सियों में मनमाना किराया वसूला जा रहा है।
भवाली का तय किराया 50 रुपये है, पर वसूले जा रहे 150 रुपये
भीमताल के लिए आमतौर पर 80–100 रुपये का किराया 200 रुपये तक लिया जा रहा है
स्थानीय निवासी कुसुम लोहनी का कहना है कि बच्चों को रोज स्कूल छोड़ने के लिए टैक्सी लेनी पड़ती है, लेकिन किराए में कोई स्थिरता नहीं है। एसओ रमेश बोहरा ने बताया कि टैक्सी चालकों द्वारा ओवररेटिंग की शिकायतों पर कार्रवाई की जा रही है। लेकिन, ज़मीनी स्तर पर इसका असर अब तक नहीं दिख रहा।
दोपहिया वाहनों को राहत अभी तक राहत की खबर यह है कि शहर में प्रवेश करने वाले दोपहिया वाहनों से कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा। पहले भी यह छूट लागू थी और इसे फिलहाल जारी रखा गया है।






